बार बार आ रही हिचकी को रोकना हो गया है मुश्किल इन घरेलु उपायों से मिलेगा इंस्टेंट आराम

हिचकी ऐसी चीज है जो सभी को कभी ना कभी आती है। हिचकी एक बार आना शुरू होती है तो बंद होने का नाम नहीं लेती। ऐसे में कुछ घरेलू उपचार अपनाए जा सकते हैं जिनकी मदद से जिद्दी हिचकी से छुटकारा पाया जा सकता है।

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हिचकी पर बड़े सारे फिल्मी गाने बन चुके हैं, दादी नानी के जमाने से लेकर अब तक ये कहा जाता है कि हिचकी आने का मतलब है कि कोई आपको याद कर रहा है। एक दो बार हिचकी आने पर मान लिया जाता है कि कोई याद कर रहा है, लेकिन हिचकी बार बार आए और बंद ही ना हो तो नानी याद आ जाती है। जी हां कई लोगों को हिचकी आने पर बंद होने का नाम नहीं लेती और ऐसे में क्या दवा खाई जाए ये समझ नहीं आता, क्योंकि  हिचकी रोकने की दवा किसी को पता नहीं होती। ऐसे में लगातार हिचकी आने से ना केवल सिर में दर्द होने लगता है बल्कि व्यक्ति कोई काम भी ठीक से नहीं कर पाता है। हिचकी रोकने के लिए दरअसल दवा की नहीं घरेलू तरीके कारगर साबित होते हैं जिनके सेवन से तुरंत हिचकी से आराम मिल जाता है। 

क्यों आती है हिचकी - 
ज्यादा भोजन कर लेने, कई बार बिना रुके ढेर सारा पानी पी लेने  से और कई बार भावनात्मक ट्रिगर होने से हिचकी आने लगती है। इतना ही नहीं गर्म के बाद एकदम से ठंडा खाने से भी हिचकी आने लगती है। कई बार ज्यादा स्ट्रेस लेने  से भी हिचकी आने लगती है। बच्चे से लेकर बड़े और बूढ़े तक और यहां तक कि पेट में दो महीने का भ्रूण तक हिचकी लेता है। एक्सपर्ट कहते हैं कि शरीर में डायाफ्राम के नीचे पेट की स्थिति होती है, जब कभी ज्यादा खाने और पीने से पेट फैल जाता है तो ये डायाफ्राम को असंतुलित करता है जिससे डायाफ्राम ज्यादा हवा को खींचने के लिए प्रेशर बनाता है जिससे श्वासनली एक पल के लिए बंद यानी रुक जाती है और शरीर में हिचकी आती है।

हिचकी रोकने के उपाय

हाल ही में अमेरिका में एनएचएस की एक डॉक्टर ने हिचकी रोकने का एक खास फार्मूला बताया था जिसके अनुसार अगर हिचकी लगातार परेशान कर रही है तो बस आधा चम्मच चीनी फांकने के बाद थोड़ा सा पानी पी लेना चाहिए। इससे हिचकी रुक जाती है। 

कहा जाता है कि हिचकी आने पर  कुछ देर के लिए कान को पकड़ कर रगड़ना चाहिए। इससे ध्यान दूसरी तरफ जाता है और कुछ पल के लिए डायाफ्राम स्थिर हो जाता है जिससे हिचकी  रुक जाती है। 

ठंडा पानी पीने  से भी हिचकी रुक जाती है। अगर आपको बार बार हिचकी आ रही है तो ठंडे पानी का एक गिलास पी लीजिए। इससे तंत्रिका तंत्र पर सकारात्मक असर होगा और हिचकी रुक जाएगी। 

एक्सपर्ट कहते हैं कि हिचकी आने पर एक चम्मच शहद खाने  से भी हिचकी आना  रुक जाता है।  इससे तंत्रिकातंत्र को कुल पल की राहत मिलती है और हिचकी बंद हो  जाती है। 

अगर बार बार हिचकी आ रही है तो बैठने के बाद अपने घुटनों को छाती की तरफ लाते हुए दबाएं। इससे मांसपेशियों पर दबाव पड़ेगा और डायाग्राम का संकुचन दूर होगा। 

बताया जाता है कि पीनट बटर यानी कि मूंगफली का मक्खन खाने से भी हिचकी रोकने में काफी मदद मिलता है, क्योंकि इसके सेवन से श्वासनली को आराम मिलता है।

आयुर्वेद में कहा गया है कि सूखी मूली को उबालकर उसका रस पीने से हिचकी में काफी आराम पड़ जाता है। 

अगर हिचकी आ रही है तो एक कटोरी में थोड़ा सा शहद लेकर उसमें जरा सा नींबू का रस मिलाए और इसे चाट लें। इससे जल्द ही हिचकी में आराम मिल जाएगा। ठीक इसी तरह शहद में प्याज का रस मिलाकर चाटने से भी हिचकी में आराम मिलता है। काली मिर्च का चूर्ण भी शहद में मिलाकर चाटा जाए तो हिचकी में काफी आराम मिल जाता है।

आयुर्वेद में गर्म दूध को हिचकी रोकने में कारगर कहा गया है। कहा जाता है कि गर्म दूध को सिप सिप करके यानी घूंट घूंट करके पीने से हिचकी रुक जाती है।  First Updated : Monday, 10 April 2023