आपके बार-बार कहने से पढ़ाई से दूर भागता है बच्चा तो अपनाएं ये तरीके, बिना कहे पढ़ने लगेगा

आजकल के बच्चों को पढ़ने को बोलो तो हजार बहाने बनाने लगते है. पढ़ने के टाइम पर उनके पास कई ऐसे-ऐसे बहाने बताते है, जिसकी आप कल्पना भी नहीं कर पाते है.

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आजकल के बच्चों को पढ़ने को बोलो तो हजार बहाने बनाने लगते है. पढ़ने के टाइम पर उनके पास कई ऐसे-ऐसे बहाने बताते है, जिसकी आप कल्पना भी नहीं कर पाते है. कहीं उनको भूख लगने लगती है, नींद आने लगती है, वॉशरूम जाना होता है. इतना ही नहीं पढ़ने के सिबाय वो कोई भी काम करवा सकते हो. इसके लिए आज हम आपको कुछ टिप्स के बारे में बताएँगे, जिससे आपके बच्चे की पढ़ने की आदत नहीं छूटेगी. यहां तक कि वह खुद से बैठकर पढ़ना शुरू कर देंगे. तो चलिए जानते हैं किन बातों का आपको रखना है ध्यान ताकि बच्चों का पढ़ाई में मन लगा रहे.

मोटिवेट करें

अक्सर पेरेंट्स यह गलती करते हैं कि अपने बच्चे की तुलना दुसरों के बच्चों या पड़ोसी बच्चों से करने लगते है. सबसे पहले ये करना छोड़ना होगा. इससे आपके बच्चे पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है और उन्हें ये बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगता उन्हे लगता है कि हम कुछ नहीं कर सकते है. इसलिए तुलना करने की बजाय उन्हें मोटिवेट करें.

पढ़ने के लिए प्रेशर ना डालें

यदि आप अपने बच्चों पर पढ़ाने के लिए प्रेशर डाल रहे है तो ये बंद कर दे. इससे उन्हें हर क्षर पढ़ाई का डर सताता रहता है और वह इससे दूर भागते रहते है. इसलिए सिर्फ पढ़ाई के टाइम पर ही पढ़ाई की बातें करें.

रूटीन बनाएं 

पढाने के लिए एक बेहतर रूटीन बनाना बेहद आवश्यक है. इससे बच्चों में भी अनुशासन आता है और वह हर काम समय-समय पर करने की आदत बनती है.

ध्यान ना भटकने दे 

अगर आपका बच्चा मन लगाकर पढ़ रहा है तो उसका ध्यान भटकाने वाली चीजों से दूर रखें. जैसे फोन को दूर रखें, खिलौने हटा दें. 

कमियां ना निकाले

आपने बच्चे की कमी निकालकर उसका मन उदास न करे. बच्चों को ऐसा लगने लगता है कि उनमें सिर्फ कमियां है वो कुछ अच्छा नहीं कर सकते. इसलिए उनका उत्साह बढ़ाएं और टाइम-टाइम पर तारीफ करें.

Disclaimer: यह सलाह केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. इस लेख का जनभावना टाइम्स इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है. First Updated : Friday, 13 October 2023