प्रॉब्लम्स, चैलेंजेज सभी लोगों के जीवन में आते हैं, कुछ लोग अपनी हिम्मत के बूते इनसे पार कर जाते हैं, कुछ डर कर पीछे हट जाते हैं। ये समस्याएं, बाधाएं और चुनौतियां हमेशा निगेटिव नहीं होती, इनकी सबसे अच्छी बात यह है कि ये आपके लिए अवसर लेकर आती हैं। इन्हें पार करने के बाद आप सफलता की दहलीज पर खड़े होते हो, जितनी बड़ी चुनौती, उतनी बड़ी सफलता और उसका स्वाद भी उतना ही अनोखा।
लाइफ हमेशा ही बहुत आसान नहीं होती। यह एक संघर्ष है। यह एक रियलिटी है, जिसे स्वीकारना जरूरी है कि व्यक्ति कोई भी हो, बचपन से लेकर बुढ़ापे तक कभी न कभी उसके जीवन में ऐसा दौर जरूर आता है, जब बाधाएं और चुनौतियां उसके सामने खड़ी होती हैं और उसे उनसे पार पाना होता है। इन चुनौतियों को जीता जा सकता है, उन्हें अवसरों में बदला जा सकता है और जिंदगी को जिंदादिली से जिया जा सकता है, बस जरूरत होती है सही सोच रखने की और उम्मीद का दामन थामते हुए आगे बढ़ने की। जानें, कुछ टिप्स जो इन चैलेंजेज पर जीत पाने में आपके मददगार बनेंगे।
सफलता या असफलता के पीछे सोच का सबसे बड़ा योगदान होता है। जीवन एक रेस है और यहां हर क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा है, लेकिन जीतता केवल वही है, जो अपने लक्ष्य के प्रति एकाग्रचित्त होकर आगे बढ़ता है। मन में अपनी जीत को लेकर शंकाएं न पालें और स्वयं पर विश्वास रखें। पॉजिटिव थिंकिंग एक ऐसा उपयोगी टूल है जो आपके मन-मस्तिष्क को नई संभावनाओं और समस्याओं से निपटने लिए खुला रखता है। कितनी भी प्रतिकूल परिस्थितियां क्यों न आएं, उन्हें हराने के लिए आशान्वित रहें, क्योंकि इससे आपको प्रेरणा मिलती है।
पुरानी कहावत है, जब ईश्वर एक दरवाजा बंद कर देता है तो दूसरा खोल देता है। यह चरितार्थ भी है। हर समस्या का हल होता है, बस उसे ढूंढ़ने की जरूरत होती है। इसलिए उस समस्या से भागे नहीं, घबराएं नहीं बल्कि शांतिपूर्ण तरीके से समाधान ढूंढ़े। यदि आपको कोई समाधान नहीं मिल रहा तो परिवारजन, मित्र, रिश्तेदार या विशेषज्ञों से परामर्श करें। यकीन मानिए, रास्ता निकलेगा।
किसी भी समस्या या चुनौती का सबसे बेहतर समाधान व्यवहारिक दृष्टिकाेण और योजनाबद्ध तरीके से ही निकाला जा सकता है। भावुकता, आवेश या जल्दबाजी में निर्णय न लें। एक डायरी और पेन आपकी इसमें काफी मदद कर सकता है। चुनौतियों, उनके संभावित हल, उनके तरीके, संभावित रिजल्ट को लिखें और कम्पेयर करें और उसी के अनुसार अपनी रणनीति बनाएं। व्यवहारिक सोच का एक तरीका और है, वह यह कि आप सोचें कि किसी चुनौती से लड़ने में बुरे-से-बुरा और अच्छे-से-अच्छा क्या हो सकता है? इससे हर परिणाम का सामना करने के लिए आप न केवल मानसिक तौर पर मजबूत बनेंगे, बल्कि चुनौतियों का दृढ़ता से सामना कर पाएंगे।
अक्सर कड़वी-बुरी यादें आपको चुनौतियों से जीतने नहीं देती। आप हमेशा आशंकित बने रहते हैं। हर काम को एक नई शुरुआत मानकर करें, सफलता की अच्छी यादें रखें, जो आपको हमेशा प्रेरणा देंगी।
ऐसा नहीं है कि चुनौती केवल आपके सामने आई है, दुनिया में हर व्यक्ति के सामने यह आती हैं। देश-दुनिया के महानतम लोग चाहे वे अध्यात्म से हों, समाज सेवा, राजनीति, विज्ञान, व्यापार, खेल या किसी अन्य क्षेत्र से हों सभी चुनौतियों को जीतकर ही महान बने हैं। महान संत और भारत रत्न मदर टेरेसा, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, पूर्व राष्ट्रपति और वैज्ञानिक डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम जैसी शख्सियत यूं ही आज हमारी प्रेरणा नहीं हैं। इनके जीवनगाथा पढ़ें, प्रेरणा लें और आगे बढ़ें। First Updated : Monday, 17 April 2023