Women Sleeping Problem: महिलाओं में नींद से जुड़ी समस्याओं के पीछे जिम्मेदार ये तीन हॉर्मोन्स, जानें कौन से हैं...
Women Sleeping Problem: एक अध्ययन के अनुसार पुरुषों और महिलाओं के लिए नींद सबसे जरूरी है. लेकिन बढ़ती उम्र के साथ-साथ शरीर में कई तरह के हार्मोन परिवर्तन होते हैं जो महिलाओं में अनिद्रा के कारण बन सकते हैं. आइए जानते हैं इन हार्मोन्स के बारे में.
Women Sleeping Problem: अच्छी सेहत के लिए हेल्दी डाइट और बेहतर नींद का होना बहुत जरूरी होता है. लेकिन कई सारे लोग इसको नजरअंदाज कर देते हैं. खासतौर पर महिलाएं पर्याप्त नींद नही लेती जिसकी वजह से उनके शरीर में कई सारी बीमारियां होने लगती हैं. रिसर्च के मुताबिक पुरुषों की तुलना में महिलाओं को ज्यादा नींद की जरूरत होती है. रिसर्च के अनुसार आम युवा होममेकर्स रोजाना आठ घंटे से भी ज्यादा वक्त घरेलू कामों और बच्चों की देखभाल में बिताती हैं. इससे अंदाजा लगा सकते हैं कि वो कम सो पाती होंगी.
नींद पूरी न होने से शरीर में थकान, चिड़चिड़ापन, मोटापा जैसे कई सारे खतरे होने लगते हैं. और तो और नींद की कमी से आप स्वस्थ और हृदय संबंधी समस्याओं का भी शिकार बन सकते हैं. नींद पूरी न होने की एक बहुत बड़ी वजह हार्मोन में बदलाव होता है. आइये जानते हैं इस बारे में.
हॉर्मोनल बदलाव
बढ़ती उम्र के साथ-साथ शरीर सारे बदलाव देखने को मिलते हैं . 35 की उम्र होते ही शरीर में बदलाव तेजी से देखने को मिलते हैं. साथ ही 50 आते- आते शरीर में और भी बदलाव आ जाते हैं. इस दौरान शरीर में बदलाव बहुत तेजी से देखने को मिलते हैं. बढ़ती उम्र में कई समस्याओं का सामना भी करना पड़ता है. जिसमें नींद कम आना भी एक समस्या हो जाती है. उम्र के इस दौर में खासतौर से तीन हॉर्मोन के लेवल में तेजी से बदलाव होचा है.
एस्ट्रोजन
ये हॉर्मोन महिलाओं के को हेल्दी और एक्टिव बनाए रखने में काफी मददगार साबित होता है. ये हड्डियों को मजबूत बनाता है और साथ ही कोलेस्ट्रॉल लेवल को भी कंट्रोल करने में मदद करता है. इसका सीधा कनेक्शन नींद से इस वजह से है क्योंकि ये महिलाओं के शरीर को प्रभावित करता है. अगर ये बैलेंस रहता है तो इससे मन शांत रहता है साथ ही इससे नींद अच्छी आती है. वहीं इसके असंतुलन से बेचैनी, तनाव और अनिद्रा जैसी परेशानियां देखने को मिलती हैं.
प्रोजेस्टेरॉन
यह हॉर्मोन वुमेन साइकल को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. इसकी कमी से शरीर में चिड़चिड़ापन और थकान की समस्याएँ हो सकती हैं. जिससे पूरे शरीर पर इसका असर देखने को मिलता है.
टेस्टोस्टेरोन
वैसे तो यह पुरुषों के शरीर में पाया जाने वाला हार्मोन है, लेकिन स्त्री के ओवरी और एड्रिनल ग्रंथि में इसकी सीमित मात्रा भी पाई जाती है. इसके कारण से महिलाओें के स्वभाव में कुछ मैस्कुलिन लक्षण जैसे- साहस, आक्रामकता और गुस्सा आदि नजर आते हैं. इस हॉर्मोन की कमी और अधिकता दोनों ही नींद में बाधा पहुंचाती है.