रक्तदान करने को लेकर लोगों के मन में तरह-तरह की विचार होते हैं, कुछ लोग  सोचते हैं कि किसी को ब्लड डोनेट करने से उनका शरीर कमजोर हो सकता है और बीमारियों के चुंगल में फंस सकते है या फिर ब्लड डोनेट करने से शरीर में खून बनना कम होता है, लेकिन आपको बता दे कि ये सारी बातें गलत है. एक स्वस्थ व्यक्ति ब्लड डोनेट कर सकता है और इससे उसकी सेहत को भी कई फायदे होते हैं. ब्लड डोनेशन के प्रति इसी जागरूकता को फैलाने के मकसद से हर साल 14 जून को वर्ल्ड ब्लड डोनर डे  मनाया जाता है. रक्तदान   से जुड़े कई सवाल आपने भी मन में आते होंगे, जैसे रक्तदान कितने दिनों के अंतराल में किया जाना चाहिए? या फिर ब्लड डोनेट करने के क्या फायदे होते हैं. चलिए आज हम आपके सारे सवालों को क्लीयर करते हैं..

तो आपको बता दें कि एक स्वस्थ व्यक्ति तीन महीने के अंतराल में ब्लड डोनेट कर सकता है. दरअसल, हमारी बॉडी में 90 से 120 दिन के अंदर रेड ब्लड सेल्स अपने आप डेड हो जाते हैं और नए सेल्स बनते हैं. इसी वजह से तीन महीने के बाद फिर से रक्तदान करने की सलाह दी जाती है लेकिन प्लेटलेट्स डोनेट करने से पहले आपको रक्तदान करने के बाद कम से कम 7 दिन इंतजार करना जरूरी है. रक्तदान कैंसर जैसी घातक बीमारी के रिस्क को कम कर सकता है. समय-समय पर ब्लड डोनेट करने से शरीर में आयरन बैलेंस रहता है, इससे कैंसर का रिस्क कम रहता है.

ब्लड डोनेशन से अधिक कैलोरी बर्न होती हैं. ब्लड डोनेट करने के साथ ही अगर आप हेल्दी डाइट लेते हैं तो आपका वजन तेजी से कम हो सकता है.

इसके साथ साथ आपको बता दें की अगर आप ब्लड डोनेट करने जाते हैं तो आपको फ्री में फिजिकल चेकअप भी मिल जाता है, रक्तदान से पहले डोनर की पूरी तरह जांच होती है. ऐसे में अगर आप नियमित रुप से  रक्तदान करते हैं तो आपको अपनी हेल्थ को ट्रैक करने में भी मदद मिलती है.

आपको बता दें की इमोशनल और मेंटल हेल्थ पर भी रक्तदान के गजब का फायदें हैं सबसो पहले तो ये आपके तनाव को कम करता है , रक्तदान आपको इमोशनली एक बेहतर इंसान बनाने में मददगार हो सकता है , इसको अलावा नकारात्मक भावनाओं से छुटकारा पाने में मदद करता है..