Cold-cough Problem: बारिश के मौसम वैसे तो बढ़ा सुहावना होता है लेकिन ये आते ही अपने साथ कई सारी बीमारियां लेकर आता है, जिससे लोगों को जूझना पड़ता है. बारिश के मौसम में सर्दी -जुकाम एक आम बीमारी तो है लेकिन इसका असर पूरे शरीर पर पड़ता है. खाने का लुत्फ उठाने के लिए लोग अक्सर तरह-तरह के स्वाद वाले व्यंजन ट्राई कर सकते हैं. कुछ लोगों को जहां खट्टा खाना पसंद होता है, तो वहीं कुछ मीठे के शौकीन होते हैं.
वहीं, दूसरी तरफ कुछ कम मिर्च-मसाले वाली चीजें पसंद करते हैं, तो वहीं कुछ लोगों को तेज मिर्च-मसाले वाला तीखा खाना पसंद होता है. मसालेदार तीखा खाना अक्सर स्वाद में काफी शानदार होता है, जिसकी वजह से कई लोग इसे खाना पसंद करते हैं. लेकिन सवाल ये उठता है कि क्या जुकाम में मसालेदाल खाना - खाना ठीक होता है.
ऐसा कई लोगों का ऐसा मानना है कि स्वाद में बढ़िया लगने वाला तीखा खाना सर्दी-जुकाम का इलाज करने में भी फायदेमंद होता है. आपने अक्सर सर्दी-जुकाम होने पर लोगों को ये कहते सुना होगा कि कुछ तीखा खाने से इस समस्या से जल्दी राहत मिल सकती है. हालांकि, इस बात में कितनी सच्चाई है ये शायद ही किसी को पता हो. ऐसे में आइए जानते हैं क्या कहते हैं डॉक्टर
डॉक्टर मानना है कि मसालेदार खाना सर्दी के लक्षणों को कम करने में मदद करता है, लेकिन वे असल में सर्दी का इलाज नहीं करता है. वैकल्पिक रूप से, मिर्च में मौजूद कैप्साइसिन थोड़ी देर के लिए कंजेशन को कम कर सकता है. बलगम को पतला करने और नाक की नली को साफ करने में मदद करने वाला कैप्साइसिन एक प्राकृतिक डिकॉन्गेस्टेंट के रूप में काम करता है. इससे नाक का दबाव कम हो सकता है और सांस लेने में आसानी हो सकती है.
डॉक्टर आगे बताती हैं कि भले ही मसालेदार भोजन सर्दी के लक्षणों से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं, लेकिन वे बीमारी का कारण बनने वाले वायरल इन्फेक्शन का इलाज नहीं करते हैं आमतौर पर सर्दी एक वायरस के कारण होती है और कैप्साइसिन वायरस से नहीं लड़ सकता. वर्तमान में सामान्य सर्दी का फिलहाल कोई इलाज नहीं है. First Updated : Wednesday, 04 September 2024