जानिए सनस्क्रीन से जुड़े मिथक, लोग आसानी से कर लेते हैं भरोसा
सनस्क्रीन सिर्फ एक ब्यूटी प्रोडक्ट नहीं है, बल्कि यह आपकी त्वचा के लिए एक सुरक्षा कवच की तरह काम करता है. हालांकि, कई लोग इसे सही तरीके से इस्तेमाल नहीं कर पाते. इसका कारण कुछ गलतफहमियां होती हैं. इस लेख में हम सनस्क्रीन से जुड़े कुछ आम मिथकों की सच्चाई आपके सामने पेश करेंगे.

गर्मियों के मौसम में त्वचा की सुरक्षा को लेकर लोग अक्सर सतर्क हो जाते हैं. ऐसे में सनस्क्रीन का उपयोग महत्वपूर्ण माना जाता है. लेकिन कई लोग अब भी इसके बारे में गलत धारणाओं का शिकार हैं, जो उनकी त्वचा को नुकसान पहुंचा सकती है. कुछ लोग मानते हैं कि घर के अंदर सनस्क्रीन की जरूरत नहीं होती, तो कुछ को लगता है कि सिर्फ SPF अधिक होने से सुरक्षा मिल जाती है. ऐसे मिथकों के कारण लोग सही तरीके से सनस्क्रीन का इस्तेमाल नहीं कर पाते.
दरअसल, सनस्क्रीन सिर्फ गर्मियों में ही नहीं, बल्कि हर मौसम में जरूरी है. यह त्वचा को सूरज की हानिकारक UV किरणों से बचाती है, जो झुर्रियां, टैनिंग, सनबर्न और स्किन कैंसर जैसी समस्याओं का कारण बन सकती हैं. अगर आप भी सनस्क्रीन से जुड़ी गलत धारणाओं में फंसे हैं, तो समय है इन्हें सही करने का. आइए जानते हैं सनस्क्रीन से जुड़े कुछ प्रमुख मिथक और उनकी सच्चाई:
1. केवल गर्मियों में सनस्क्रीन की जरूरत होती है: यह सबसे आम गलतफहमी है. सूरज की UV किरणें सर्दी और बारिश के मौसम में भी हमारी त्वचा को नुकसान पहुंचा सकती हैं. इसलिए हर मौसम में सनस्क्रीन लगानी चाहिए.
2. घर के अंदर सनस्क्रीन की आवश्यकता नहीं होती: बहुत से लोग यह मानते हैं कि घर में रहने पर सनस्क्रीन की जरूरत नहीं होती, लेकिन ये गलत है. UV किरणें खिड़कियों और बादलों से भी गुजर सकती हैं, जिससे त्वचा को नुकसान हो सकता है. इसलिए घर के अंदर भी सनस्क्रीन का उपयोग करें.
3. सनस्क्रीन एक बार लगानी चाहिए: यह धारणा भी गलत है. सनस्क्रीन को हर 2-3 घंटे में फिर से लगाना चाहिए. खासकर जब आप पसीना बहा रहे हों या पानी में डूबे हों. समय के साथ इसका प्रभाव कम हो जाता है.
4. ज्यादा SPF, ज्यादा सुरक्षा: SPF केवल UVB किरणों से सुरक्षा प्रदान करता है. लेकिन UVA किरणों से बचाव के लिए ब्रॉड-स्पेक्ट्रम सनस्क्रीन की जरूरत होती है. SPF 30 से ऊपर का सनस्क्रीन काफी सुरक्षा देता है, लेकिन इसे सही तरीके से और सही मात्रा में लगाना जरूरी है.
5. ऑयली स्किन वालों को सनस्क्रीन की जरूरत नहीं होती: ऑयली स्किन वालों को भी सनस्क्रीन की जरूरत होती है. बाजार में ऐसे सनस्क्रीन उपलब्ध हैं, जो ऑयल-फ्री होते हैं और ऑयली स्किन के लिए उपयुक्त होते हैं.