Kidney Stones: गुर्दे, शरीर के दो बीन के आकार के अंग, रीढ़ की हड्डी के दोनों तरफ पसलियों के नीचे स्थित होते हैं. किडनी स्टोन, जिसे रीनल स्टोन और यूरेटेरिक स्टोन भी कहते हैं, मूत्र मार्ग में बनने वाले कठोर खनिजों के कण होते हैं. सामान्यतः, गुर्दे में स्थित पथरी दर्द का कारण नहीं बनती, लेकिन जब यह पेशाब के रास्ते में रुकावट पैदा करती है, तो पीठ और पेट में तेज दर्द हो सकता है.

किडनी स्टोन के मुख्य कारण

आपको बता दें कि मूत्र मार्ग में शूल एक आम स्वास्थ्य समस्या है, जिसमें मूत्रवाहिनी में पथरी सबसे आम कारण है. इसके अलावा, रुकावट के अन्य कारणों में रक्त के थक्के, फंगल बॉल और गंभीर मूत्र पथ संक्रमण शामिल हैं.

लक्षण: कैसे पहचानें पथरी की समस्या?

वहीं आपको बता दें कि गुर्दे की पथरी के प्रमुख लक्षणों में कमर, पेट या अंडकोष तक तेज और असहनीय दर्द शामिल है. यह दर्द अचानक होता है और रोगी इसे अपने जीवन के सबसे गंभीर दर्द में से एक बताते हैं. इसके अलावा, कुछ रोगी पीठ में लगातार हल्का दर्द भी महसूस कर सकते हैं, जो गुर्दे के कैप्सूल के खिंचाव के कारण होता है.

दर्द क्यों होता है?

बताते चले कि जब पथरी गुर्दे से मूत्रवाहिनी में पहुंचती है, तो पेशाब के प्रवाह में रुकावट होती है. इसके परिणामस्वरूप, पेशाब गुर्दे में वापस चला जाता है और खिंचाव के कारण दर्द उत्पन्न होता है. यह दर्द पत्थर के आकार पर निर्भर नहीं करता, बल्कि रुकावट की डिग्री पर निर्भर करता है.

विशेषज्ञ की सलाह क्यों है जरूरी?

इसके अलावा आपको बता दें कि यदि पथरी का समय पर इलाज न हो, तो यह गुर्दे की कार्यक्षमता को स्थायी नुकसान पहुंचा सकती है. विशेषज्ञ की सलाह लेना और उचित इलाज करवाना महत्वपूर्ण है.