Micro Cheating: किसी भी रिश्ते को बनाना आसान होता है लेकिन उसको निभाना सबसे ज्यादा मुश्किल होता है. यह महज़ कोई कहावत नहीं हैं बल्कि नाज़ुक से रिश्तों को लेकर कही गयी एक सच्चाई है. रिश्ते कांच की तरह होते हैं जिनको संभलकर रखना पड़ता है, वरना वो बहुत जल्दी टूट सकते हैं. इन दिनों लगातार माइक्रो चीटिंग के मामले सामने आ रहे हैं. आखिर क्या होती है माइक्रो चीटिंग आज आपको विस्तार से बताएंगे.
माइक्रो चीटिंग क्या है?
नए ज़माने के साथ परेशानियाँ भी नयी आती हैं. आजकल लोग ज़्यादातर समय अपने घर से बाहर गुज़रते हैं. ऐसे में किसी से ज्याद मिलते रहने से उसके करीब होने लगते हैं. अपनी जिंदगी से जुडी हर छोटी बड़ी चीज़ उसके शय शेयर करने लगते हैं. इमोशनल और फिजिकल दोनों तरह से उस इंसा के साथ जुड़ जाते हैं. जिसका असर असल रिलेशन पर पड़ने लगता है. इसी को माइक्रो चीटिंग कहा जाता है.
आपस में झगड़े होना
अगर आपकी खुशहाल जिंदगी में अचानक से लड़ाई झगड़े बढ़ने लगे तो समझ जाओ कि कहीं पर कोई दिक्कत आ रही है. किसी तीसरे इंसान की वजह से आपके अपने पार्टनर से छोटी छोटी बातों को लेकर भी कहा सुनी होने लगती है.
फोन का ज्यादा इस्तेमाल
अगर आप माइक्रो चीटिंग की पहचान करना चाहते हैं तो इस का सबसे आसान तरीका होता है कि आप अपने पार्टनर की आदतों में बदलाव से भी पता लगा सकते हैं. ज्यादा फोन का इस्तेमाल तो नहीं कर रहा है. शक करके हल ना ढूंढें बल्कि ऐसी चीजों से पता लग्यें जो रोज़मर्रा की जिंदगी में पहले नहीं होती थी.
डेटिंग एप्स का होना
किसी के साथ रिश्ते में हैं लेकिन उसके बाद भी अगर आपके फ़ोन में कोई डेटिंग एप हो तो ये भी माइक्रो चीटिंग का संकेत हो सकता है. क्योंकि आमतौर पर कमिटेड लोग इस तरह के डेटिंग एप्स से दूरी बना लेते हैं.
अकेले जाने की आदत
अगर आपके पार्टनर के मनन में आपको लेकर कुछ भी नकारात्मक चल रहा है तो वो आपसे दूरियां बनाना शुरू कर देगा. किसी भी फंक्शन में आपके साथ जाना पसंद नहीं करेगा. अगर आपका पार्टनर भी इन दिनों ऐसा ही कुछ कर रहा है, तो यह इशारा है कि उनकी नजदीकियां किसी और से बढ़ने लगी हैं. First Updated : Monday, 10 July 2023