हजार कोशिशों के बाद भी Weight Loss नहीं, Bariatric Surgery है राइट च्वॉइस

आप भी मोटापे से परेशान हैं और अपना weight loss करना चाहते हैं। मोटापे से छुटकारा पाने के लिए आपने डाइट प्लान में बदलाव, एक्सरसाइज और मेडिकेशन सहित कई प्रयास कर चुके हैं, फिर भी आपको सफलता नहीं मिल रही है, तो आप bariatric surgery का सहारा ले सकते हैं।

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Obesity यानी मोटापा ग्लोबल इश्यू है, जिससे सभी आयु वर्ग के लोग प्रभावित होते हैं। यह मोटापा ही है जो लोगों में heart disease, diabetes, hypertension, pulmonary disease सहित विभिन्न रोगों के खतरे को बढ़ा देता है। यदि आप भी मोटापे से परेशान हैं और अपना weight loss करना चाहते हैं। मोटापे से छुटकारा पाने के लिए आपने डाइट प्लान में बदलाव, एक्सरसाइज और मेडिकेशन सहित कई प्रयास कर चुके हैं, फिर भी आपको सफलता नहीं मिल रही है, तो आप bariatric surgery का सहारा ले सकते हैं। 

 

Medical science आज काफी तरक्की कर चुका है और बेरिएट्रिक सर्जरी भरोसेमंद और सुरक्षित ट्रीटमेंट बन चुकी है। इस सर्जरी में दूरबीन (laparoscopic technique) और रोबोटिक तकनीक की मदद से पेट और आंतों की सर्जरी की जाती है। इसमें मरीज को पेन कम होता है और रिकवरी भी जल्दी होती है। दुनियाभर में बड़ी संख्या में ओबेसिटी के मरीज बेरिएट्रिक सर्जरी की मदद लेते हैं, इसलिए अब कई स्वास्थ्य बीमा कंपनियां आपकी health insurance policy में बेरिएट्रिक सर्जरी प्रोसीजर को शामिल करने लगी हैं।

 

Obesity में कमी से बेहतर होती है quality of life 

बेरिएट्रिक सर्जरी को metabolic surgery भी कहा जाता है। इस ऑपरेशन में मरीज के पेट को इतना योग्य बनाया जाता है कि वह भोजन का अधिकतम उपयोग ऊर्जा उत्पादित करने में कर सके। बेरिएट्रक सर्जरी न केवल मोटापे से मुक्ति दिलाती है, बल्कि मधुमेह, उच्च रक्तचाप, हाई कोलेस्ट्रॉल, स्लीप एपीनिया के मरीजों को भी लाभ पहुंचाती है। इस सर्जरी के बाद व्यक्ति द्वारा लिया गया आहार अधिक पोषण देता है, जिससे मरीज की आयु और क्वालिटी लाइफ बढ़ जाती है, साथ ही बीमार होने का डर भी खत्म होता है। 

 

BMI तय करती है bariatric surgery की जरूरत

एक व्यक्ति का मोटापा कितना खतरनाक है यह उसका body mass index तय करता है। साधारणत: 30 से 34.9 BMI वाले व्यक्ति ओबेसिटी के रोगी और 40+ बीएमआई वाले लोग extreme obesity वाले माने जाते हैं। चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार यदि आपकी बीएमआई 32.5 से अधिक है और आपको diabetes, hypertension और hyperlipidemia जैसी बीमारियां हैं तो आपको बेरिएट्रिक सर्जरी करानी चाहिए। वहीं सामान्य स्थिति में बीएमआई 35 से अधिक होने पर बेरिएट्रिक सर्जरी का लाभ लिया जा सकता है।

 

सर्जरी के चार-पांच घंटे बाद चल-फिर सकता है मरीज

Bariatric surgery में लेप्रोस्कोपिक तकनीक का उपयोग किया जाता है, इसलिए यह काफी सुरक्षित और जल्द राहत देने वाली मानी जाती है। केवल एक प्रतिशत मरीजों को किसी प्रकार की परेशानी होने के चांस रहते हैं। सर्जरी के चार-पांच घंटे बाद मरीज चल फिर सकते हैं और तीन-चार दिन बाद अपने रोजमर्रा के काम निपटा सकते हैं। Weight loss हाेना आपके शरीर पर मौजूद अतिरिक्त वजन पर निर्भर करता है। आम तौर पर बेरिएट्रिक सर्जरी के बाद शुरुआती तीन माह में अतिरिक्त वजन करीब 50 फीसदी तक कम हो जाता है। अगले छह माह में बचे हुए अतिरिक्त वजन का 50 फीसदी तक कम हो जाता है।

 

सर्जरी कराने से पहले इन बातों का रखें ध्यान

बेरिएट्रिक सर्जरी किसी अनुभवी डॉक्टर से ही कराएं, उसके निर्देशों का पालन करें। यदि पहले किसी प्रकार की कोई बीमारी है तो डॉक्टर को उसकी जानकारी जरूर दें। सर्जरी कराने से पहले मरीज के कुछ medical tests भी किए जाते हैं। बेरिएट्रिक सर्जरी कई तरह की होती है, हालांकि मरीज की स्थिति के अनुसार डॉक्टर सर्जरी प्रोसीजर का चुनाव करता है।

  • बेरिएट्रिक सर्जरी के लिए सबसे अधिक स्लीव गैस्ट्रेक्टोमी (sleeve gastrectomy) प्रोसीजर इस्तेमाल किया जाता है। इसे वर्टिकल स्लीव, गैस्ट्रिक स्लीव या ट्यूब गैस्ट्रेक्टोमी भी कहते हैं। यह प्रोसीजर सामान्यत: 40 से अधिक बीएमआई वाले एक्सट्रीम ओबेसिटी पेशेंट्स के लिए की जाती है। 
  • बेरिएट्रिक सर्जरी का एक अन्य प्रोसीजर है gastric bypass surgery। 60 से अधिक बीएमआई वाले एक्सट्रीम ओबेसिटी वाले मरीजों में फर्स्ट स्टेज में स्लीव गैस्ट्रेक्टोमी करने के बाद सेकंड स्टेज में गेस्ट्रिक बाईपास सर्जरी करने की जरूरत होती है। गैस्ट्रिक बाईपास में मरीज को थोड़ी अधिक सावधानी बरतने की जरूरत होती है
  • इनके अलावा बेरिएट्रिक सर्जरी में एडजस्टेबल गैस्ट्रिक बैंड (adjustable gastric banding), बीपीडी/डीएस (bpd ds surgery) और एसएडीआई-एस (sadi-s) प्रोसीजर भी काम में लिए जाते हैं। 
  • बेरिएट्रिक सर्जरी के बाद आपको डॉक्टर द्वारा बताई दवाओं, भोजन, जीवनशैली, व्यायाम संबंधी सलाह माननी होगी। आपको हाई कार्बोहाइड्रेट और फैट युक्त खाद्य और पेय पदार्थों का पूरी तरह परहेज करना होगा।
First Updated : Friday, 07 April 2023