Piles ke lakshan: पाइल्स (बवासीर) एक ऐसी बीमारी है जिसमें पीड़ित व्यक्ति को गुदा यानी एनस के अंदरूनी या बहरी हिस्से में सूजन आ जाती है. ऐसी सिचुएशन में पेशेंट को कब्ज की परेशानी भी होने लगती है और उन्हें नित्य क्रिया यानी शौच में भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है इममें पेशेंट को मल के साथ खून आने लगता है. इस स्थिति में शख्स को तुंरत ड़ॉक्टर से सलाह और इलाज करना चाहिए.
1 एक्सटर्नल पाइल्स
2 इंटरनल पाइल्स
ऐसा माना जाता है कि मसालेदार खाना ज्यादा नहीं खाना चाहिए क्योंकि यह बवासीर (Piles) का कारण बन सकता है. अगर आपको पहले से ही बवासीर है तो आपको बिल्कुल भी मसालेदार खाने से दूर रहना चाहिए. लेकिन इस बात का कोई सबूत नहीं है कि मसालेदार खाना खाने से इस दर्दनाक मलाशय रोग का कारण बनता है.
'ओन्लीमायहेल्थ' में छपी रिपोर्ट के मुताबिक बेंगलुरु के 'सकरा वर्ल्ड हॉस्पिटल' के पोषण विशेषज्ञ डॉ. रेड्डी ज्योत्सना के मुताबिक मसालेदार खाने से अपच और कभी-कभी पतले मल या दस्त हो सकते हैं. जो मल त्याग को चुनौतीपूर्ण बना सकते हैं. मसालेदार खाने और बवासीर को लेकर कई सारे मिथ है जिसको लेकर हम इस आर्टिकल में चर्चा करेंगे.
जॉन हॉपकिस मेडिसिन में किए गए एक रिसर्च के अनुसार बवासीर पुरुषों और महिलाओं दोनों में अलग-अलग तरीके से होता है. दुनिया की करीब 50 फीसदी आबादी को 50 साल की आयु तक बवासीर हो जाएगी. बवासीर खाना खाने से पेट पर दबाव पड़ता है. बवासीर के कारण मल त्याग के दौरान खुजली , दर्द और रक्तस्त्राव जैसे लक्षण हो सकते हैं. First Updated : Tuesday, 03 October 2023