Pradosh Vrat 2024: शिव पुराण में लिखा है कि, हर महीने जब प्रदोष व्रत आता है, तो उस दिन भगवान भोलेनाथ नृत्य करते हैं. इस दिन व्रत रखा जाता है, और भोलेनाथ की आराधना की जाती है. वैसे तो भगवान शिव के बहुत सारे उपवास हैं, मगर प्रदोष काल के दिन रखा हुआ व्रत विशेष फलदायी बताया गया है. इसे पुत्र प्राप्ति या जीवन में खुशी पाने के लिए किया जाता है. वहीं इस साल का दूसरा प्रदोष व्रत आने वाले 21 फरवरी को मनाया जाएगा.
अगर आप भी भगवान शिव की कृपा पाना चाहते हैं , तो इस दिन शिव की आराधना अवश्य करें. मगर ध्यान रहे व्रत को करने से पूर्व कई सारे नियम शास्त्रों में बताए गए हैं. जिसका पालन न करने पर आपको अधिक नुकसान झेलना पड़ सकता है.
हिंदू पंचांग में बताया गया है कि, साल 2024 फरवरी का दूसरा प्रदोष व्रत आने वाली 21 तारीख को मनाया जाएगा. माघ शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि की शुरुआत 21 फरवरी को दिन के 11 बजे से शुरू होकर अगले दिन 22 फरवरी की दोपहर 1 बजे तक रहेगा.
1- प्रदोष काल में शिव की आराधना करने के दरमियान शिवलिंग पर सिन्दूर, तुलसी, केतकी, हल्दी, नारियल गलती से भी न चढ़ाएं. ऐसा करने पर भगवान शिव अधिक क्रोधित होते हैं.
2- इस दिन आप किसी प्रकार का मांसाहारी भोजन न करें. वहीं प्याज लहसुन खाने पर रोक लगाएं.
3- प्रदोष काल के दिन आप बड़े-बुजुर्गों का अपमान न करें.
4- प्रदोष काल में सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करना चाहिए.
5- जो महिला इस विशेष व्रत को करती हैं, उन्हें किसी प्रकार के अन्न का सेवन नहीं करना चाहिए.
6- प्रदोष के दिन काला वस्त्र धारण करना चाहिए.
First Updated : Monday, 19 February 2024