Pradosh Vrat 2024: आज है बुध प्रदोष व्रत, मिलेगी रोगों से मुक्ति, जानें पूजा मुहूर्त,
Pradosh Vrat 2024: प्रदोष व्रत के दिन आप शिव मंदिर जाकर शिवलिंग पर जलाभिषेक करने के बाद घी का दीपक जलाकर प्रदोष की कथा पढ़ते हैं, तो भगवान शिव अधिक प्रसन्न होते हैं.
हाइलाइट
- आज प्रदोष व्रत के बाद 22 फरवरी को त्रयोदशी तिथि दोपहर के समय ही खत्म हो रही है.
- जिन लोगों को संतान का सुख नहीं है, वह आज के दिन रुद्राभिषेक जरूर करवाएं.
Pradosh Vrat 2024: माघ माह का अंतिम प्रदोष व्रत आज यानी बुधवार को मनाया जा रहा है. बता दें कि, इस समय शुक्ल पक्ष चल रहा है, दरअसल यह प्रदोष व्रत इस महीने का अंतिम व्रत होगा. बुध प्रदोष व्रत में आपको सौभाग्य में बदलाव होने के साथ अनेकों रोगों से मुक्ति मिलती है. वहीं आज के दिन रुद्राभिषेक कराना भी शुभ माना जाता है. इसलिए आज के दिन आपको शिव की पूजा का सही समय और विधि जानने की जरूरत है. माघ शुक्ल त्रयोदशी तिथि के दिन किए गए उपायों से आपको मन इच्छित फलों की प्राप्ति होती है.
प्रदोष व्रत के दिन शिव को जलाभिषेक करें, प्रदोष व्रत की कथा सुनें. घी का दीपक जलाकर भगवान शिव की आरती उतारें, साथ ही ऊँ नम: शिवाय मंत्र का जाप करने से जीवन में सुख समृद्धि बनी रहती है.
बुध प्रदोष व्रत मुहूर्त
21 फरवरी यानी आज बुध प्रदोष व्रत रखने से आपको शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है. इस दिन शिव की आराधना करने का सही समय शाम के वक्त 06 बजकर 15 मिनट से शुरू होकर 08 बजकर 47 मिनट तक रहेगा. वहीं 22 फरवरी को त्रयोदशी तिथि दोपहर के समय ही खत्म हो जाएगी.
प्रदोष व्रत का महत्व
प्रदोष व्रत रखने वाले लोगों के जीवन में किसी तरह की समस्या होती है, तो वह जल्द ही दूर हो जाती है. शरीर में होने वाले अनेकों रोगों से मुक्ति मिलती है. भगवान भोलेनाथ उनकी हर मनोकामना पूरी करते हैं. धन-दौलत, सुख, वैभव, आरोग्य, की प्राप्ति होती है. जिन लोगों को संतान का सुख नहीं है, वह आज के दिन रुद्राभिषेक जरूर करवाएं. ऐसा करने से भगवान भोलेनाथ आपको संतान सुख प्रदान करते हैं.
शिव को न चढ़ाएं ये चीज
अगर आप प्रदोष काल के दिन मंदिर में पूजा करने जाते हैं , तो भूलकर भी इन चीजों को शंकर की शिवलिंग पर न चढ़ाएं. जैसे हल्दी, तुलसी, केतकी, सिंदूर, नारियल का पानी इन चीजों को अर्पित करने से भगवान भोलेनाथ अधिक नाराज होते हैं.