लाल चींटी की चटनी खाते हैं इस राज्य के लोग, स्वाद से भरपूर इस चटनी को खाने से मिलते हैं कई गजब के फायदे
Red Ant Chutney : भारत के कई राज्यों के लोग लाल चींटियों से बनी चटनी खाना पसंद करते हैं। इस चटनी के खाने के कई फायदे भी होते हैं। लोग इस चटनी को बड़े शौक से खाते हैं।
हाइलाइट
- भारत के 3 राज्यों के लोग लाल चींटी की चटनी खाते हैं।
- चींटी की चटनी में भरपूर मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है।
Red Ant Chutney : जब भी खाने-पीने की बात आती है तो हमारी जीभ खुदबखुद रिएक्ट करने लगती है। हम भारतीय खाने के बड़े शौकीन होते हैं। एक से एक पकवान हमारे बनाए और खाए जाते हैं। इसीलिए हमारे यहां 56 भोगों की बात होती है। जैसा हमारा देश विविधताओं से भरा है। हर बढ़ते कदम पर बोली, भाषा से लेकर खाने पीने की चीजों में हमें अंतर देखने को मिलता है। यही तो है हमारे भारत की खूबसूरती। जंगल में रहने वाले आदिवासियों से लेकर शहर में रहने वाले लोगों तक सबके अपने - अपने तौर तरीके हैं। खाने- पीने को लेकर हमारे देश में तरह-तरह का लजीज भोजन आपको मिल जायेगा। लेकिन कुछ ऐसे भी चीजे हैं जिसे देखकर आप उल्टी कर दें लेकिन किसी दूसरे के लिए वह बहुत ही स्वादिष्ट हो सकती है।
आपने टमाटर की चटनी, धनिया की चटनी लहसुन की चटनी, मिर्च की चटनी ऐसी ही कई प्रकार की चटनियों के बारे में आपने सुना होगा। लेकिन क्या कभी आपने "चींटी की चटनी" के बारे में सुना है? भारत के कुछ राज्यों के लोग चींटी की चटनी बड़े प्यार से खाते हैं। जैसे हमारे लिए स्वादिष्ट मिठाई हमारी फेवरेट होती है, उसी तरह कुछ लोगों के लिए चींटी की चटनी फेवरेट है।
किस राज्य के लोग खाते हैं चींटी की चटनी
पहली बात तो चींटी की चटनी सुनकर ही आपका मन अजीब होगा। कहीं आपसे इसे खाने के लिए बोला जाए तो आप उल्टी न कर दें। अजीब है ना ये। भारत के 3 राज्यों के कुछ समुदाय चींटी की चटनी बड़े स्वाद के साथ खाते हैं। ओडिशा, छत्तीसगढ़ और झारखंड में रहने वाले कुछ समुदाय चींटी की चटनी खाते हैं।
स्वाद से भरपूर है ये चटनी
इस चटनी के बारे में स्थानीय लोगों को कहना है कि ये बड़ी स्वादिष्ट होती है। जिस किसी ने भी एक बार इसे चख लिया तो वह इसके स्वाद को कभी नहीं भूल पाता। इस चटनी को खाने वाले बतातें हैं कि इसका स्वाद खट्टा और चटपटा होता है। बताया जाता है कि पहले इस चटनी को सिर्फ आदिवासी ही खाया करते थे लेकिन समय के साथ आस-पास के लोग भी इस चटनी को खूब पसंद करने लगे।
इस चटनी को खाने वाले इसके बनाने कि विधि के बारे मे बताते हैं कि इस चटनी के स्वाद को बढ़ाने के लिए इसमें नमक और मिर्च और थोड़ा बहुत मसाला डाला जाता है। लाल चीटियां पेड़ के पत्तों पर पाई जाती हैं। पेड़ के पत्ते ही चींटियों का आसियाना होते हैं। स्थानीय लोग इन पत्तों को तोड़कर इन्हें आग में गर्म करते हैं और फिर चींटियों को पत्तों से अलग करके इसमें जरूरी सामाग्री डालकर चटनी बनाई जाती है। वहां की बोलचाल की भाषा में इस चटनी को ‘चापड़ा’ कहा जाता है।
बिमारियों से भी निजाद दिलाती है ये चटनी
इस चटनी को खाने वाले लोग इसे सेहत के लिए बहुत फायदेमंद बताते हैं। इस चटनी में प्रोटीन की भरपूर मात्रा पाई जाती है। लोग कहते हैं कि खांसी, जुकाम, पीलिया, जोड़ों के दर्द आदि से राहत पाने के लिए लोग लाल चींटियों से बनी चटनी को खाते हैं।