Relationship Tips: हर किसी की पसंद और नापसंद अलग - अलग होती है. यह जरूरी नहीं है कि जो हमें पसंद हो वह सामने वाले को भी हो. सबकी विचारधारा अलग होती है. ऐसे में दो लोग एक रिश्ते में जब बंध जाते हैं तो अलग - अलग विचारधाराओं के कारण उनके संबंधों में खटास आने लगती है. छोटी - छोटी चीज़ों को लेकर तू - तू मैं - मैं होने लगती है. तो ऐसे में कलेश होना लाज़मी सी बात है.
जब एक शख्स अपने पार्टनर से यह उम्मीद लगा बैठते हैं कि वह उनकी पसंद को अपनाएं और अपनी जीवशैली में लाए तो यह एक प्रकार से सामने वाले के ऊपर जोर - जबर्दस्ती का काम होता है. अगर आप किसी को अपनी पसंद या बात मनवाने के लिए फोर्स करते हो तो यह आपके रिश्ते को खराब मोड़ पर ले आता है.
अगर आपकी - और आपके पार्टनर की पसंद - नापसंद अलग - अलग है और इसके चलते घर में काफी आपसी झगड़े होने लगे हैं तो बेहतर होगी कि आप समय रहते इन आदतों को बदलें और अपने रिश्ते को सुधारने के लिए इन टिप्स को फॉलो करें.
एक - दूसरे से संवाद करें हर परेशानी का हल होता है आपसी 'संवाद', जिसको आम भाषा में 'बातचीत' कहा जाता है. आप आपस में अपने पार्टनर के साथ 'खुलकर बातचीत' कर सकते हैं. इसमें आप एक दूसरे की पसंद - नापसंद को जानें और एक - दूसरे को समझने का मौका दें.
एक - दूसरे को समझें और समझाएं रिश्ते में जरूरी है कि अपने और अपने पार्टनर के दृष्टिकोण को समझने की कोशिश करें. क्योंकि कभी - कभी दोनों के विचार जब मेल नहीं खाते तो झगड़े होने लगते हैं. यह समझना बेहद ही जरूरी है कि जीवनसाथी आपसे क्या चाहते हैं और किस चीज़ की उम्मीद रखते हैं.
हर परेशानी का कोई न कोई 'हल' जरूर होता है. अगर आपके और आपके पार्टनर के बीच कोई मतभेद है या किसी बात को लेकर तालमेल नहीं बैठ रही तो ऐसे में जरूरी है कि आप दोनों मिलकर उस समस्या का समाधान करें.
सहानुभूति और सहयोग मुश्किलों में जो साथ देता है वहीं सच्चा साथी कहलाता है. रिश्तों को सुधारने में एक - दूसरे की मदद करना बेहद ही अहम रोल होता है. पार्टनर को उनके काम में सहयोग दें.