Sargi Ritual Facts: हर साल की तरह इस साल भी सभी महिलाएं करवाचौथ का व्रत रख रही हैं. पति की लंबी उम्र और बेहतर सेहत के लिए महिलाएं इस दिन निर्जला व्रत रखती हैं. जिसकी शुरूआत सास द्वारा दी गई सरगी से होती है. जिसके बिना यह व्रत अधूरा माना जाता है. विभिन्न क्षेत्रों में सरगी में अलग - अलग चीज़ें जोड़ी जाती हैं. लेकिन दिया सास के ही द्वारा जाता है. आखिर क्यों सरगी बहुओं को सास के ही द्वारा दी जाती है जानते हैं....
इस दिन महिलाएं भूखी - प्यासी रहती हैं इस व्रत की शुरूआत सुर्योदय से होती है. उससे पहले महिलाओं को खाने की एक प्लेट मिलती है जिसको सरगी कहा जाता है. जो सास के द्वारा तैयार की जाती है.
पौराणिक कथाओं के अनुसार सरगी केवल एक भोजन की प्लेट होती है जो आशीर्वाद के रूप में दी जाती है. जिस तरह से किसी शुभ कार्य से पहले अपने बडे़- बुजुर्गों का आशीर्वाद लेते हैं ठीक सरगी देना भी आशीर्वाद होतै है. यही कारण है कि करवा चौथ पर सास अपनी बहुओं को सरगी देती हैं जिसमें श्रृंगार का सामान भी होता है.
सरगी को तैयार करने के कोई विशेष नियम नहीं होते बल्कि अपनी मर्जी के अनुसार इसको तैयार किया जाता है. इसमें अलग - अलग चीज़ें जैसे - पराठे, रोटी, सब्जी और अन्य खाने की चीज़ें होती हैं. साथ ही साथ श्रृंगार का सामान भी रखा जाता है.
करवा चौथ के दिन सूर्योदय होने से पहले सरगी दी जाती है. इसको देने का शुभ मुहूर्त भी होता है. जिसकी जानकारी आप अपने पंडीट से ले सकते हैं. First Updated : Wednesday, 01 November 2023