सर्दियों में भिंडी को लेकर एक धारणा यह है कि इसकी खेती में इस्तेमाल किए गए कीटनाशक और फफूंद इसे सेहत के लिए हानिकारक बना सकते हैं. हालांकि, डाइटीशियन का कहना है कि ऐसा कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है जो यह साबित करे कि भिंडी सर्दियों में नुकसान पहुंचाती है.
भिंडी में विटामिन ए, सी, और के के साथ फोलेट होता है, जो प्रतिरक्षा प्रणाली, दृष्टि और हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है.
इसमें मौजूद उच्च फाइबर सामग्री आंतों को स्वस्थ रखती है और मल त्याग को नियमित करती है.
भिंडी में घुलनशील फाइबर और कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है, जो रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है.
भिंडी में पाया जाने वाला घुलनशील फाइबर कोलेस्ट्रॉल को कम करके दिल की बीमारियों के जोखिम को घटाता है.
भिंडी का अधिक सेवन गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं पैदा कर सकता है. इसमें फ्रुक्टेन नामक कार्बोहाइड्रेट होता है, जो एसिडिटी, दस्त और सूजन का कारण बन सकता है. यह समस्या विशेष रूप से उन लोगों में अधिक देखी जाती है, जिन्हें पहले से आंत संबंधी समस्याएं हैं. इसके अलावा, भिंडी में ऑक्सालेट की मात्रा अधिक होती है, जो किडनी स्टोन का कारण बन सकती है.