Surya Grahan 2023: सूर्य ग्रहण के बाद इस तरह से करें मंदिर की सफाई, रखे कुछ विशेष बातों का ध्यान

Surya Grahan 2023: भारत में ग्रहण को शुभ और अशुभ दोनों ही रूपों में माना जाता है।इसके साथ ही ग्रहण को धर्म और रीति–रिवाजों के साथ जोड़कर रखा जाता है।

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Surya Grahan 2023: सूर्य ग्रहण या चंद्र ग्रहण के होने से 9 घंटे पहले से ही सूतक काल माना जाता है। इस दौरान बहुत सी ऐसी चीजें है जनको करने के लिए मनाही की जाती है। इस बार साल का पहला सूर्य ग्रहण 20 अप्रैल दिन गुरुवार यानी की आज है।

आपको बता दें कि ग्रहण सुबह 7:05 से शुरू हुआ था और दोपहर 12:29 पर समाप्त हो गया। इस ग्रहण के बारे में कई लोगों का कहना है कि यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं दिया था।इसीलिए इसका सूचक काल भी मान्य नहीं हैं, लेकिन जो ग्रहण भारत में दिखाई देते हैं।उनके लिए कुछ नियम भी बताए जाते हैं।

ठीक वैसे ही ग्रहण समाप्त होने के बाद भी कुछ नियमों का पालन करना बेहद जरुरी हो जाता है। सूर्य ग्रहण खत्म होने के बाद कुछ ऐसी बातें होती है जिनका आपको ध्यान रखना चाहिए।

ग्रहण समाप्त होने के बाद करें गंगाजल का उपाय

सूतक काल के खत्म हो जाने के बाद आप अपने घर के मंदिर पर गंगाजल का छिड़काव अवश्य करें। कई लोगों का कहना है कि ग्रहण खत्म होने के तुरंत बाद मंदिर में हाथ नहीं लगाने चाहिए।

घर के मंदिर में हाथ लगाने से पहले अपने आप को भी गंगाजल से छिड़काव करके शुद्ध करना बेहद जरूरी होता है। मान्यता है कि गंगाजल को पवित्र और शुद्ध माना गया है।

जिसके चलते इस पर किसी भी प्रकार के ग्रहण का कोई असर नहीं पड़ता है।इसीलिए ग्रहण के प्रभाव को हटाने के लिए गंगाजल का घर के हर कोने में छिड़काव अवश्य करें।

मंदिर की सफाई

ग्रहण काल खत्म होने के बाद यदि आप घर के मंदिर की सफाई करना चाहते हैं, तो मंदिर में रखी गई प्रत्येक मूर्ति की सफाई का विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए।

इसके साथ ही आप नींबू, दही चंदन का प्रयोग कर सकते हैं। यदि आप अपने मंदिर की मूर्तियों को कपड़े पहनाते हैं, तो उन्हें भी बदल सकते हैं।

मान्यताओं के अनुसार माना जाता है कि जिस दिन ग्रहण पड़ता है उस दिन भगवान ने जिन कपड़ो को पहन रखा था। उन्हें दोबारा भगवान को नहीं पहनना चाहिए। First Updated : Thursday, 20 April 2023