Pandemic Warning: स्पेन के विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि अगली महामारी संयुक्त राज्य अमेरिका से शुरू हो सकती है. उनका कहना है कि H5N1 एवियन फ्लू वायरस अमेरिका में उत्परिवर्तित हो रहा है और इसके फैलने से भविष्य में एक नई वैश्विक महामारी का खतरा बढ़ सकता है.
विशेषज्ञों का मानना है कि जंगली और घरेलू पक्षियों के बीच वायरस का प्रसार और नए उत्परिवर्तन संभावित मानव संक्रमण के खतरे को बढ़ा सकते हैं. हालांकि फिलहाल मानव-से-मानव वायरस के प्रसार का कोई प्रमाण नहीं है, लेकिन इसकी तेजी से फैलने की क्षमता चिंता का विषय बनी हुई है.
स्पेन के विशेषज्ञ फ्रैन फ्रेंको ने बताया, "अमेरिका में अगर कोई नया संक्रमण शुरू होता है, तो इसकी जानकारी जल्दी सामने आ जाएगी." उन्होंने बताया कि H5N1 वायरस के उत्परिवर्तन को लेकर वैज्ञानिक सतर्क हैं और निगरानी तंत्र इसे जल्द ही पहचान लेगा.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के महानिदेशक टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस ने भी इस खतरे पर चिंता जताई. उन्होंने कहा, "संयुक्त राज्य अमेरिका में सैकड़ों डेयरी झुंडों में H5N1 वायरस का चिंताजनक प्रसार देखा गया है, जिसमें अब तक 58 मानव मामले दर्ज किए गए हैं."
H5N1 वायरस पहली बार 1996 में सामने आया था, लेकिन 2020 से पक्षियों और अन्य जानवरों में इसके प्रकोप में तेज़ी से बढ़ोतरी हुई है. इस वायरस ने लाखों मुर्गियों, जंगली पक्षियों और समुद्री स्तनधारियों को संक्रमित किया है. हालांकि, यूरोप और अमेरिका में दर्ज किए गए मानव संक्रमण के अधिकांश मामले हल्के रहे हैं.
विशेषज्ञों का कहना है कि बर्ड फ्लू वायरस संक्रमित जानवरों के तरल पदार्थ, थूक, श्वसन बूंदों या मल के संपर्क में आने से मनुष्यों को संक्रमित कर सकता है. संक्रमित क्षेत्र की धूल में मौजूद छोटे कण भी सांस के जरिए शरीर में प्रवेश कर सकते हैं. पोल्ट्री और डेयरी उद्योग में काम करने वाले लोगों को इस वायरस से संक्रमित होने का सबसे अधिक खतरा होता है.
बर्ड फ्लू के लक्षणों में गुलाबी आंख, बुखार, खांसी, गले में खराश, मांसपेशियों में दर्द, थकान, मतली, उल्टी और दस्त शामिल हैं. गंभीर मामलों में यह निमोनिया, श्वसन विफलता, सेप्सिस और मस्तिष्क सूजन का कारण बन सकता है.
WHO ने देशों से बर्ड फ्लू के लिए निगरानी और सतर्कता बढ़ाने का आग्रह किया है. विशेषज्ञों का कहना है कि संक्रमण से बचने के लिए व्यक्तिगत स्वच्छता का ध्यान रखना, संक्रमित जानवरों से दूर रहना और पोल्ट्री फार्म में सुरक्षा उपाय अपनाना जरूरी है. First Updated : Wednesday, 18 December 2024