माता-पिता की ये आदतें बच्चों को बनाती हैं आलसी! समय रहते संभल जाओ, नहीं तो जीवन भर पछताओगे

माता-पिता की कुछ आदतें बच्चों को आलसी बना सकती हैं. बच्चों के काम लगातार करते रहना, उन्हें स्मार्टफोन में व्यस्त रखना तथा उन पर अत्यधिक निगरानी रखना उन्हें आत्मनिर्भर नहीं बनाता. बच्चों को मेहनती और जिम्मेदार बनने में मदद करने के लिए, माता-पिता को स्वयं एक सकारात्मक उदाहरण स्थापित करना चाहिए और उन्हें अपने निर्णय लेने का अवसर देना चाहिए.

Dimple Yadav
Edited By: Dimple Yadav

बच्चों का पालन-पोषण करना एक कठिन काम है, लेकिन अगर माता-पिता समय रहते अपनी कुछ आदतों में सुधार कर लें, तो बच्चे भविष्य में अधिक जिम्मेदार और आत्मनिर्भर बन सकते हैं. दरअसल, कई बार माता-पिता अनजाने में या प्यार-दुलार के चलते ऐसी चीजें करने लगते हैं, जिनसे उनके बच्चों की आदतें बिगड़ जाती हैं और वे आलसी बन जाते हैं. ऐसी परिस्थितियों में जरूरी है कि माता-पिता समय रहते सचेत हो जाएं और अपने बच्चों को आत्मनिर्भर और मेहनती बनने का अवसर दें. अगर समय रहते इन आदतों को नहीं बदला गया तो इसका असर बच्चों के पूरे जीवन पर पड़ सकता है.

माता-पिता की ये आदतें बच्चों को बनाती हैं आलसी 

सारे काम स्वयं करना: कई माता-पिता अपने बच्चों की छोटी-छोटी जरूरतों का भी ध्यान रखते हैं और उनके सारे काम स्वयं करते हैं. यह आदत बच्चों को आलसी बना सकती है. दरअसल, उन्हें स्वयं काम करने का अवसर नहीं मिलता और वे यह समझ नहीं पाते कि काम कैसे किया जाए. इसलिए, बच्चों को अपने छोटे-मोटे काम स्वयं करने का अवसर दें.

बच्चों को व्यस्त रखने के लिए उन्हें फोन देना:

आजकल बच्चों को व्यस्त रखने के लिए उन्हें फोन देना माता-पिता के बीच एक आम आदत बन गई है. लेकिन यह आदत बच्चों को शारीरिक और मानसिक रूप से आलसी बना देती है. घंटों स्क्रीन के सामने बैठने से बच्चे न केवल शारीरिक रूप से कमजोर होते हैं, बल्कि उनकी मानसिक क्षमता भी कम हो जाती है. इसलिए बच्चों को बाहरी गतिविधियों या रचनात्मक कार्यों में व्यस्त रखें. ताकि उनका दिमाग तेज और शरीर स्वस्थ रहे.

बच्चों पर लेबल लगाना: 

कई माता-पिता अपने बच्चों पर नकारात्मक लेबल लगाते हैं, जैसे आलसी, बेकार. इससे बच्चों का आत्मविश्वास टूट जाता है और वे अपनी क्षमताओं पर विश्वास करना बंद कर देते हैं. बच्चों को हमेशा प्रेरित करें, उनकी प्रशंसा करें और उन्हें समझाएं कि वे किसी भी कार्य में सफल हो सकते हैं. उन पर लेबल लगाने से उनका आत्मविश्वास कम हो जाता है और वे और भी आलसी हो जाते हैं.

स्वयं आलसी होना: 

बच्चे अपने माता-पिता को अपना आदर्श मानते हैं. यदि माता-पिता आलसी हैं और घरेलू कामों से बचते हैं, तो बच्चे भी यही सीखते हैं. बच्चों के सामने काम करने का उदाहरण पेश करें, खुद को सक्रिय और उत्साही बनाए रखें. जब बच्चे अपने माता-पिता को कड़ी मेहनत करते देखेंगे, तो वे भी वही सीखेंगे और आलसी नहीं होंगे.

बच्चों को कठिन परिस्थितियों से बचाना: 

कई बार माता-पिता अपने बच्चों को छोटी-छोटी परेशानियों से भी बचा लेते हैं. वे बच्चों की समस्याओं का समाधान स्वयं ढूंढते हैं, ताकि बच्चे परेशान न हों. लेकिन इससे बच्चों को कठिनाइयों से निपटना नहीं सिखाया जाता. बच्चों को कभी-कभी संघर्ष करने का मौका दें. ताकि वे अपनी समस्याओं का समाधान स्वयं ढूंढ सकें और आत्मनिर्भर बन सकें.

calender
01 February 2025, 08:54 AM IST

जरूरी खबरें

ट्रेंडिंग गैलरी

ट्रेंडिंग वीडियो