मच्छर नहीं बल्कि यौन संबंध के कारण ये वायरस ले सकता है जान! पढ़ें पूरी जानकारी

Zika virus: पुणे नगर निगम (पीएमसी) के स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, जीका वायरस का संक्रमण मादा एडीज मच्छर के काटने से फैलता है. इसी मच्छर की इसी प्रजाति को डेंगू और चिकनगुनिया जैसे संक्रमण फैलाने के लिए भी जिम्मेदार माना जाता है. इस वायरस की सबसे पहले 1947 में युगांडा में पहचान हुई थी. इस वायरस के लक्षण बेहद ही सामान्य है.

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Zika virus: देश में अब तक कई महामारियों से दस्तक दी है. इनमें कोरोना, चेचक, हैजा, डेंगू  आदि शामिल है,  जिनका प्रभाव लंबे समय तक देखा गया. वहीं इन महामारियों ने हजारों की संख्या में लोगों को अपनी चपेट में लिया. इस बीच पुणे में दो लोगों में जीका वायरस के संक्रमण मिलने से हलचल मच गई है. ऐसे में आज हम जानेंगे क्या है ये वायरस, क्या है इसका इलाज, क्या हैं इसके लक्षण? इन सभी सवालों पर विस्तार  से चर्चा करेंगे. 

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, महाराष्ट्र के पुणे में एक 46 वर्षीय डॉक्टर और उनकी बेटी के शरीर में जीका वायरस के संक्रमण पाए  गए हैं. इस जानकारी के सामने आने के बाद लोगों के बीच डर का माहौल फैल गया है.  ऐसे में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि डॉक्टर और उनकी बेटी की हालात स्थिर है. 

इस बीच  पुणे नगर निगम (पीएमसी) के एक स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि डॉक्टर को  तेज बुखार आया था, जिसके बाद उनके शरीर पर देखे गए. इसके बाद तुरंत उन्हें एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया. ऐसे में अस्पताल ने उनके ब्लड का सैंपल पुणे के राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (एनआईवी) में जांच के लिए भेजा था. उन्होंने बताया कि 21 जून को रिपोर्ट आई.  इसमें डॉक्टर के जीका वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई. 

बेटी में भी मिला जीका वायरस का संक्रमण

रिपोर्ट में मिली जानकारी के अनुसार,  डॉक्टर पुणे के एरंडवाने इलाके में रहते हैं. उनके शरीर में संक्रमण मिलने के बाद घर के पांच सदस्यों के ब्लड सैंपल जांच के लिए भेजे गए, जिसमें पता चला कि उनकी 15 साल की बेटी भी जीका वायरस से संक्रमित है.

असुरक्षित शारीरिक संबंध से भी फैलता है ये वायरस 

ब्ल्यूएचओ के अनुसार अगर किसी व्यक्ति को इस वायरस से संक्रमित मच्छर काट लेता है तो उस व्यक्ति में इसके वायरस आते हैं. इस तरह से यह वायरस एक जगह से दूसरी जगह फैलने लगता है. मच्छरों के अलावा असुरक्षित शारीरिक संबंध और संक्रमित खून से भी जीका बुखार या वायरस का खतरा फैलता है. 

कैसे होता है जीका वायरस?

पुणे नगर निगम (पीएमसी) के स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार,  जीका वायरस का संक्रमण मादा एडीज मच्छर के काटने से फैलता है. इसी मच्छर की इसी प्रजाति को डेंगू और चिकनगुनिया जैसे संक्रमण फैलाने के लिए भी जिम्मेदार माना जाता है. इस वायरस की सबसे पहले 1947 में युगांडा में पहचान हुई थी. 

क्या है इस वायरस के लक्षण? 

इस वायरस के लक्षण बेहद ही सामान्य है. इनमें शरीर पर लाल चकत्ते पड़ना, बुखार आना, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द और सिर में दर्द शामिल है. जीका वायरस से संक्रमित ज्यादातर लोगों में इसके लक्षण नहीं मिलते. 

क्या है बचाव के तरीके? 

अमेरिका के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) के अनुसार, जीका वायरस का कोई इलाज नहीं है न ही इसका कोई अभी तक टीका बनाया गया है. हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि जीका से संक्रमित होने के बाद सही मात्रा में आराम और लगातार पानी पीते रहना बेहद जरूरी है. अधिक मात्रा में पानी पीने से शरीर हाइड्रेट रहता है और आराम करने से शरीर को ऊर्जा मिलती है. इससे संक्रमित होने पर लक्षणों और इलाज के बारे में जागरूकता जरूरी है.

First Updated : Wednesday, 26 June 2024