HMPV वायरस के लिए कौन सी दवा लेना सही? जानें इससे बचने के तरीके

HMPV Virus: ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) के मामलों में हाल ही में भारत में बढ़ोतरी देखी गई है. यह वायरस खासकर बच्चों और बुजुर्गों पर ज्यादा प्रभाव डालता है. इसके लक्षण सामान्य फ्लू जैसे होते हैं. हालांकि इसका कोई विशिष्ट इलाज या वैक्सीन नहीं है, लेकिन डॉक्टर इसके लक्षणों के आधार पर उपचार करते हैं.

Shivani Mishra
Edited By: Shivani Mishra

HMPV Virus: ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) के मामलों में हाल ही में इजाफा हुआ है, खासकर भारत में जहां अब तक इसके 8 केस सामने आ चुके हैं. स्वास्थ्य विभाग ने इस वायरस पर पूरी नजर बनाए रखी है और लोगों को इस वायरस से बचने के लिए विभिन्न सावधानियां बरतने की सलाह दी है. हालांकि इसके लक्षण सामान्य फ्लू जैसे होते हैं, लेकिन इसके संक्रमण का प्रभाव खासकर बच्चों और बुजुर्गों पर ज्यादा पड़ रहा है. क्या HMPV का इलाज संभव है? इस वायरस के लक्षणों को कैसे नियंत्रित किया जा सकता है, और बचाव के लिए कौन से कदम उठाए जा सकते हैं, आइए जानते हैं.

इस वायरस की एक बड़ी समस्या यह है कि इसका कोई विशिष्ट इलाज या वैक्सीन अभी तक उपलब्ध नहीं है. हालांकि, डॉक्टर इसके लक्षणों को ध्यान में रखते हुए इलाज करते हैं. HMPV से संक्रमित होने पर जिन दवाओं की सलाह दी जा सकती है, वे इस वायरस के प्रभाव को कम करने में मदद करती हैं. इसके अलावा, कुछ घरेलू उपाय भी हैं, जो इस संक्रमण से बचने और इसके लक्षणों को राहत देने में सहायक साबित हो सकते हैं.

HMPV वायरस का इलाज

ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) के इलाज के लिए कोई विशिष्ट एंटीवायरल दवा नहीं है. हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, इसका उपचार आमतौर पर लक्षणों के आधार पर किया जाता है. बुखार और दर्द को कम करने के लिए पैरासिटामोल जैसी दवाइयां दी जा सकती हैं. इसके अलावा, खांसी और सर्दी की समस्या के लिए डिकॉन्गेस्टेंट्स और सूजन को कम करने के लिए एंटी-इंफ्लेमेटरी दवाओं का इस्तेमाल किया जा सकता है. गंभीर मामलों में, जैसे सांस लेने में कठिनाई, ऑक्सीजन थेरेपी की जरूरत पड़ सकती है. 

HMPV से बचाव के तरीके

HMPV वायरस से बचाव के लिए कुछ घरेलू उपाय बेहद कारगर साबित हो सकते हैं. इन उपायों को अपनाकर आप न केवल संक्रमण के खतरे को कम कर सकते हैं, बल्कि शरीर को इस वायरस से लड़ने की ताकत भी दे सकते हैं. 

  • पर्याप्त आराम करें – शरीर को वायरस से लड़ने के लिए पर्याप्त आराम की आवश्यकता होती है.

  • हाइड्रेशन बनाए रखें – पानी अधिक पिएं, ताकि शरीर हाइड्रेटेड रहे और संक्रमण से बच सके.

  • गर्म तरल पदार्थ का सेवन करें – गले की खराश और खांसी से राहत पाने के लिए गर्म चाय या सूप का सेवन करें.

  • भाप लें – खांसी और गले की सूजन को कम करने के लिए भाप लेना फायदेमंद हो सकता है.

  • साफ-सफाई का ध्यान रखें – बाहर से घर आने के बाद और खाने से पहले हाथों को अच्छी तरह धोएं.

  • आंख, मुंह और नाक को न छुएं – हाथों को बिना धोए चेहरे के इन हिस्सों को छूने से बचें.

  • खांसते या छींकते वक्त मुंह और नाक ढकें – इससे संक्रमण फैलने की संभावना कम होती है.

  • फेस मास्क का इस्तेमाल करें – घर से बाहर जाते समय मास्क जरूर पहनें.

  • खाने के बर्तन साझा न करें – संक्रमित व्यक्ति से बचने के लिए खाने के बर्तन न शेयर करें.

क्यों बढ़ रहा है HMPV वायरस का संक्रमण?

HMPV वायरस की चपेट में आना आमतौर पर फ्लू जैसे लक्षण उत्पन्न करता है, जिसमें बुखार, खांसी, गले में खराश और सांस लेने में कठिनाई हो सकती है. विशेषज्ञों का कहना है कि इस वायरस का संक्रमण खासकर उन बच्चों और बुजुर्गों के लिए खतरनाक हो सकता है, जिनकी रोग प्रतिकारक क्षमता कमजोर होती है. इसके अलावा, यह वायरस हवा के माध्यम से फैल सकता है, इसलिए लोगों से मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करने की सख्त सलाह दी जा रही है.

Disclaimer: ये आर्टिकल मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है, JBT इसकी पुष्टि नहीं करता.

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08 January 2025, 09:34 PM IST

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