Western Toilet Drawbacks: क्या आप भी वेस्टर्न टॉयलेट यूज करते हैं. अगर हां तो ये खबर आपके लिए है. कभी आपने ऐसा सोचा है कि टॉयलेट के फ्लश से आप बिमार हो सकते हैं. किसी को ढक्कन खोलकर फ्लश करने से पहले दो बार सोचना चाहिए. किसी ने इसके बारे में नहीं सोचा था कि फ्लशिंग के ऐसे परिणाम हो सकते हैं, लेकिन अब यह चर्चा का एक हॉट टॉपिक बन गया है, जिसका श्रेय एक अध्ययन को जाता है जिसने इसे प्रकाश में लाया, जिसके बाद अनगिनत इंस्टाग्राम और स्नैपचैट वीडियो ने लोगों की जिज्ञासा को बढ़ाया.
टॉयलेट फ्लश करते समय पानी की छोटी-छोटी बूंदे आपको बीमार कर सकती हैं, क्योंकि उनमें बहुत सारे बैक्टीरिया और कीटाणु होते हैं. लेकिन इसमें कितनी सच्चाई है? इस पर विशेषज्ञों का क्या कहना है आइए जानते हैं.
दिल्ली के शारदा अस्पताल के जनरल फिजिशियन डॉ. श्रेय कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि जब आप शौचालय को फ्लश करते हैं, तो सूक्ष्म कणों का एक बादल हवा में फैल जाता है. इस बादल को टॉयलेट प्लम के नाम से जाना जाता है, जिसमें बैक्टीरिया, वायरस और टॉयलेट बाउल हो सकते हैं. यह तब बनता है जब पानी फ्लशिंग के दौरान पानी जाता है, जिससे छोटी-छोटी बूंदें ऊपर और बाहर की ओर फैलती हैं, जिनमें बैक्टीरिया हो सकता है.
मुंबई के खार स्थित पीडी हिंदुजा अस्पताल एवं मेडिकल रिसर्च सेंटर के यूरोलॉजी कंसल्टेंट डॉ. आनंद उत्तुरे ने बताया कि जबकि एक स्वस्थ व्यक्ति द्वारा शौचालय का सामान्य उपयोग आमतौर पर कोई बड़ा स्वास्थ्य जोखिम पैदा करने वाला नहीं माना जाता है, लेकिन यदि व्यक्ति बीमार है और मूत्र, मल या उल्टी के जरिए बैक्टीरिया, वायरस को बाहर निकाल रहा है, तो ऐसे में आप बिमार हो सकते हैं.
2022 में, यूनिवर्सिटी ऑफ़ कोलोराडो बोल्डर में सिविल, पर्यावरण और आर्किटेक्चरल इंजीनियरिंग के प्रोफ़ेसर जॉन क्रिमाल्डी के नेतृत्व में शोधकर्ताओं ने इन एरोसोलाइज़्ड प्लम्स को उजागर करने के लिए लेज़र का इस्तेमाल किया. उनके स्टडी से पता चला कि ये प्लम्स, जिनमें संभावित रूप से बैक्टीरिया और वायरस होते हैं, फ्लश करने के सिर्फ़ आठ सेकंड के भीतर हवा में लगभग पांच फ़ीट ऊपर उठ सकते हैं. एक औसत वयस्क की नाक और मुंह की ऊंचाई तक पहुंच सकते हैं. फ्लश जितना ज़्यादा तेजी होगा, ये कण उतने ही ऊपर और दूर तक जा सकते हैं. First Updated : Wednesday, 21 August 2024