क्या है डार्क टूरिज्म? ऐसी जगहों पर जाने का क्रेज क्यों बढ़ता रहा है?
रहस्यमयी दुनिया में डार्क टूरिज्म चर्चा का विषय बनता जा रहा है. डार्क टूरिज्म, जहां जेन जेड यात्री त्रासदी, आपदाओं और रहस्यमय घटनाओं से जुड़े स्थानों की खोज करते हैं. जानें कि इस अनोखे पर्यटन ट्रेंड के पीछे क्या कारण हैं और क्यों युवा यात्री इन असामान्य स्थलों की ओर आकर्षित हो रहे हैं.

यात्रा का उद्देश्य हमेशा नई जगहों की खोज करना, विभिन्न संस्कृतियों को समझना और रोमांचक अनुभव प्राप्त करना रहा है. हालांकि, हाल के वर्षों में पर्यटन का एक अनोखा रूप उभरकर सामने आया है, जिसे डार्क टूरिज्म कहा जाता है. इस तरह की यात्राओं में उन स्थानों की खोज शामिल होती है जो त्रासदी, मृत्यु और ऐतिहासिक पीड़ा से जुड़े होते हैं.
क्या है डार्क टूरिज्म?
डार्क टूरिज्म, जिसे शोक पर्यटन या ब्लैक टूरिज्म भी कहा जाता है. उन स्थलों की यात्रा करने से जुड़ा है जो दुखद घटनाओं, आपदाओं या ऐतिहासिक हिंसा के साक्षी रहे हैं. यह पर्यटन न केवल रोमांचक होता है, बल्कि लोगों को इतिहास के अंधेरे पन्नों से रूबरू कराने का भी एक माध्यम है. युद्ध के मैदान, प्रेतवाधित स्थान और आपदा प्रभावित क्षेत्र इस श्रेणी में आते हैं. इस तरह की यात्राएं अतीत की घटनाओं को महसूस करने और उनके प्रभाव को समझने में मदद करती हैं.
भारत में जेनरेशन Z के बीच डार्क टूरिज्म की बढ़ती रुचि
परंपरागत रूप से, पर्यटन का उद्देश्य मनोरंजन और विश्राम था. लेकिन आधुनिक पीढ़ी, विशेष रूप से मिलेनियल्स और जेनरेशन Z, यात्रा को नए नजरिए से देख रही है. अब वे केवल सुंदर स्थानों पर घूमने के बजाय, ऐसे गंतव्यों की तलाश कर रहे हैं जो रहस्य, रोमांच और ऐतिहासिक वास्तविकताओं को उजागर करें.
1. यथार्थवादी अनुभव की खोज: आज के युवा केवल किताबों से इतिहास नहीं सीखना चाहते, बल्कि उसे महसूस भी करना चाहते हैं.
2. सोशल मीडिया का प्रभाव: डिजिटल युग में ट्रैवल इन्फ्लुएंसर अक्सर रहस्यमयी और भूतिया स्थानों की यात्रा करते हैं, जिससे यह ट्रेंड तेजी से बढ़ रहा है.
3. अज्ञात इतिहास की जिज्ञासा: नई पीढ़ी इतिहास की उन कहानियों को भी जानना चाहती है जो आमतौर पर पाठ्यक्रम का हिस्सा नहीं बनतीं.
4. साहस और रोमांच की तलाश: एडवेंचर के दीवाने युवा, डरावनी जगहों को एक्सप्लोर करने और अपनी सहनशक्ति को परखने में रुचि रखते हैं.
भारत में प्रसिद्ध डार्क टूरिज्म स्थल
1. जलियांवाला बाग, अमृतसर: 1919 के भयावह नरसंहार की गवाही देने वाला स्थान, जहां हजारों निर्दोष भारतीयों को गोलियों से भून दिया गया था.
2. सेलुलर जेल, पोर्ट ब्लेयर: "काला पानी" के नाम से मशहूर यह जेल, भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों पर हुए अमानवीय अत्याचारों का प्रतीक है.
3. कुलधरा गांव, जैसलमेर: एक रहस्यमयी गांव जिसे उसके निवासियों ने अचानक छोड़ दिया था और जिसे शापित माना जाता है.
4. रूपकुंड झील, उत्तराखंड: "कंकाल झील" के नाम से प्रसिद्ध, जहां हजारों साल पुराने मानव कंकाल आज भी रहस्य बने हुए हैं.
5. शनिवारवाड़ा किला, पुणे: ऐतिहासिक किला, जहां पेशवा नारायणराव की आत्मा की चीखें सुनाई देने की कहानियां प्रचलित हैं.