क्या है Dash Diet? कैसे ये हाई ब्लड प्रेशर की बीमारी को करती है कंट्रोल

आजकल हाई ब्लड प्रेशर (बीपी) की समस्या तेजी से बढ़ रही है. यह केवल बुजुर्गों तक सीमित नहीं है, बल्कि अब युवा भी इससे प्रभावित हो रहे हैं. खराब खानपान, तनाव और अनियमित दिनचर्या इसके मुख्य कारण हैं. अगर इसे समय रहते कंट्रोल नहीं किया जाए तो यह दिल की बीमारियों, स्ट्रोक और किडनी संबंधित समस्याओं का कारण बन सकता है.

Suraj Mishra
Edited By: Suraj Mishra

आजकल हाई ब्लड प्रेशर (बीपी) की समस्या तेजी से बढ़ रही है. यह केवल बुजुर्गों तक सीमित नहीं है, बल्कि अब युवा भी इससे प्रभावित हो रहे हैं. खराब खानपान, तनाव और अनियमित दिनचर्या इसके मुख्य कारण हैं. अगर इसे समय रहते कंट्रोल नहीं किया जाए तो यह दिल की बीमारियों, स्ट्रोक और किडनी संबंधित समस्याओं का कारण बन सकता है. ऐसे में डॉक्टर अक्सर डैश डाइट अपनाने की सलाह देते हैं.

क्या है डैश डाइट?

डैश डाइट (DASH Diet) का मतलब है "Dietary Approaches to Stop Hypertension", यानी हाई बीपी को कंट्रोल करने के लिए खानपान का तरीका. इस डाइट का उद्देश्य शरीर में सोडियम (नमक) की मात्रा को कम करना और स्वस्थ दिल के लिए जरूरी खाद्य पदार्थों को शामिल करना है. इस डाइट में हरी सब्जियां, फल, साबुत अनाज, दालें और कम वसा वाले डेयरी प्रोडक्ट्स को प्रमुखता से शामिल किया जाता है. यह डाइट न केवल बीपी को कंट्रोल करती है बल्कि पूरे शरीर को स्वस्थ बनाए रखती है.

डैश डाइट में क्या खाएं?

डैश डाइट में खानपान का चयन इस तरह किया जाता है कि यह बीपी को नियंत्रित रखने में मदद करता है. दिल्ली के जीटीबी हॉस्पिटल की डायटीशियन डॉ. अनामिका सिंह के अनुसार, इस डाइट में सोडियम और फैट की मात्रा बहुत कम होती है. इसके अलावा, प्लांट-बेस्ड और एनिमल फूड्स का सेवन किया जाता है.

डैश डाइट में शामिल करने योग्य खाद्य पदार्थ:

  • हरी सब्जियां और फल: रोज 4-5 बार अलग-अलग प्रकार की सब्जियां और फल खाएं. इनमें सेब, केला, गाजर, पालक, और टमाटर शामिल हो सकते हैं.
  • साबुत अनाज: ब्राउन राइस, ओट्स, दलिया और मल्टीग्रेन रोटी का सेवन करें.
  • दालें और बीन्स: राजमा, चना, मूंग, मसूर जैसी दालें फायदेमंद होती हैं, जो प्रोटीन का अच्छा स्रोत हैं.
  • कम वसा वाली डेयरी: टोंड दूध, दही, और पनीर का सेवन करें, लेकिन मलाई वाले दूध और ज्यादा घी-मक्खन से बचें.
  • नट्स और बीज: बादाम, अखरोट, चिया सीड्स, और अलसी जैसे नट्स और बीज बीपी को नियंत्रित करने में मदद करते हैं.
  • नॉनवेज: मछली और चिकन खा सकते हैं, लेकिन तला-भुना न खाएं. यह हृदय के लिए फायदेमंद होता है.

डैश डाइट के फायदे

डैश डाइट को नियमित रूप से अपनाने से न केवल बीपी में सुधार आता है, बल्कि यह दिल की समस्याओं को भी रोकने में सहायक है. साथ ही, यह वजन घटाने में भी मदद करता है और पूरे शरीर को स्वस्थ बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.

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08 February 2025, 09:30 PM IST

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