दिमाग को शांत करेगा ये योगासन, शरीर में बनी रहती चुस्ती-फुर्ती, नहीं पड़ेंगे बीमार
International Yoga Day 2024: आज के दिन देशभर में योग दिवस मनाया जा रहा है. योग करने से शरीर स्वस्थ तो रहता ही है, वहीं ये हमारे मष्तिक के लिए भी काफी फायदेमंद साबित होता है. योग की मौलिक भावना उपनिषदों से जुड़ी है, जो बताती है कि आत्मा ही सत्य और शुद्ध है, पर ये संसार में रमी रहती है और अनित्य यानी नाशवान पदार्थों के पीछे दौड़ती रहती है. योग करने से लंबे समय कर स्वस्थ जीवन जीया जा सकता है.
International Yoga Day 2024: योग हमारे देश की पहचान है. योग मूल रूप से एक आध्यात्मिक अनुशासन है. ये एक अत्यंत सूक्ष्म विज्ञान पर आधारित है, जो मन और शरीर के बीच सामंजस्य लाने पर ध्यान केंद्रित करता है. यह स्वस्थ जीवन जीने का विज्ञान भी है और कला भी. ‘योग’ शब्द संस्कृत शब्द ‘युज’ से लिया गया है, जिसका अर्थ है ‘जुड़ना’ या ‘मिलाना’ या ‘एकजुट होना’.
मन की चंचलताओं या क्रियाओं पर नियंत्रण करना ही योग है. वेदों के विद्वान आचार्य सायण लिखते हैं, “जो पहले से प्राप्त न हो, उसे प्राप्त करने का तरीका योग है”. योग की मौलिक भावना उपनिषदों से जुड़ी है, जो बताती है कि आत्मा ही सत्य और शुद्ध है, पर ये संसार में रमी रहती है और अनित्य यानी नाशवान पदार्थों के पीछे दौड़ती रहती है.
योग से ध्यान लगाना
योग का मतलब है कि किसी को परेशान करना, झूठ न बोलना, किसी को न लूटना, शुद्धता, संतोष, तप, स्वाध्याय और ईश्वर की अराधना ऐसे कर्तव्य हैं,जिनका पालन योगमार्ग का सहारा लेने वाले व्यक्ति के लिए जरूरी है. योग से गो तरह से होता है. एक वो होता है जिसको हम प्राणायाम कहते है,दूसरा वो होता जो मन को ध्यान और एकाग्रता के लिए उपयोगी है.
शरीर के रोग
योग करने से शरीर में सभी योग दूर हो जाते हैं. ये हमें स्वास्थय रखने में मदद करता है. वास्तव में आसनों का सबसे पहला उद्देशय ये है कि बीमारी से निवारण ओर स्वस्थ शरीर रखना. अगर कोई व्यक्ति स्वस्थ शरीर वाला है तो वो प्राणायाम और अन्य अंगों का अभ्यास कर सकता है. आसनों के अतिरिक्त योगाभ्यासी को अपनी नासिका के अग्रभाग पर अपलक देखते रहना होता है, जिसका निर्देश श्रीकृष्ण ने गीता में भी दिया है.
मन को रखे शांत
योग अभ्यास किसी भी व्यक्ति के लिए एकदम सही है. इसमें कोई शारीरिक गतिविधि शामिल नहीं है. ये एक ध्यान वर्ग है जिसमें योग प्रशिक्षक आपको मानसिक छवियों और आपके शरीर से जुड़ाव के माध्यम से मार्गदर्शन करता है. ये मन को ठीक करने और मन को साफ करने की मानसिक यात्रा पर जाने जैसा है. इसको करने से मन और शरीर दोनों स्वस्थ रहते हैं.