मोटापा एक गंभीर समस्या बन चुका है, और इस पर काबू पाने के लिए विभिन्न उपायों की जरूरत होती है. हाल ही में, WHO (विश्व स्वास्थ्य संगठन) ने भी कुछ दवाओं को मोटापा नियंत्रित करने के लिए मान्यता दी है. ये दवाएं न केवल वजन कम करने में मदद करती हैं, बल्कि शरीर के स्वास्थ्य पर भी सकारात्मक प्रभाव डाल सकती हैं.
यह दवा मोटापे के इलाज के लिए अत्यधिक प्रभावी मानी जाती है. सेमाग्लूटाइड, जो कि एक GLP-1 एगोनिस्ट है, भूख को नियंत्रित करने में मदद करता है और मस्तिष्क को यह संकेत भेजता है कि पेट भर चुका है. इससे वजन घटाने में मदद मिलती है.
ऑरलिस्टेट फैट को अवशोषित होने से रोकता है, जिससे शरीर के अंदर वसा की मात्रा कम होती है और वजन घटता है. हालांकि, इसका उपयोग वजन कम करने के लिए लंबे समय तक किया जा सकता है, लेकिन इसके कुछ साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं.
यह दवा भी सेमाग्लूटाइड के समान कार्य करती है, लेकिन इसके प्रभाव थोड़ा अलग होते हैं. लिराग्लूटाइड का इस्तेमाल न केवल वजन घटाने के लिए, बल्कि टाइप 2 डायबिटीज़ के इलाज के लिए भी किया जाता है.
यह दवा भूख को कम करने और ऊर्जा स्तर को बढ़ाने में मदद करती है. यह दवा अक्सर मोटापे के इलाज के लिए डॉक्टर द्वारा अनुशंसित की जाती है, जब अन्य तरीके विफल हो जाते हैं.
हालांकि, इन दवाओं का उपयोग हमेशा डॉक्टर की सलाह से ही करना चाहिए, क्योंकि इनके कुछ साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं. इसके अलावा, दवा के साथ-साथ संतुलित आहार, व्यायाम और जीवनशैली में बदलाव भी जरूरी हैं, ताकि मोटापे को स्थायी रूप से नियंत्रित किया जा सके.