भांग पीने के बाद हंसने या रोने क्यों लगते हैं लोग? कितनी देर में और कितनी देर तक दिखता है इसका असर?
भांग का सेवन धार्मिक और सांस्कृतिक परंपरा के रूप में किया जाता है, लेकिन ये मस्तिष्क में डोपामाइन हॉर्मोन को प्रभावित कर सोचने-समझने की क्षमता कमजोर कर सकता है. इसका असर सेवन के तरीके पर निर्भर करता है- धूम्रपान से तुरंत और ठंडाई में मिलाने पर 30 मिनट से 1 घंटे में दिखता है, जिससे भ्रम और मतिभ्रम जैसी समस्याएं हो सकती हैं.

भारत में होली और महाशिवरात्रि जैसे त्योहारों में भांग पीने की परंपरा सदियों से चली आ रही है. खासकर वाराणसी, मथुरा, लखनऊ और कानपुर जैसे शहरों में लोग इसे धार्मिक और सांस्कृतिक परंपरा का हिस्सा मानते हैं. भांग का नशा ऐसा होता है कि इंसान हंसता ही रहता है, नाचने लगता है या फिर कभी-कभी रोने लगता हैं. लेकिन क्या आपके मन में कभी सवाल आया है कि भांग पीने से शरीर पर क्या असर पड़ता है? ये सिर्फ आनंद देती हैं या इसके सेवन से कोई गंभीर खतरे भी हैं? आइए जानते हैं इसके बारे में-
कैसे असर दिखाती है भांग?
भांग को लेकर हिंदू धर्म में मान्यता है कि इसका जन्म समुद्र मंथन के दौरान हुआ था. धार्मिक आस्था के साथ-साथ इसका औषधीय इस्तेमाल भी किया जाता रहा है. जब भांग शरीर में पहुंचती है, तो ये सीधे दिमाग में मौजूद डोपामाइन (dopamine) हॉर्मोन के स्तर को प्रभावित करती है. डोपामाइन को ‘हैप्पी हॉर्मोन’ कहा जाता है, क्योंकि ये इंसान को खुशी का अहसास और अनुभव कराता है. इसका नशा बढ़ते ही ये मस्तिष्क की गतिविधियों को तेज कर देता है और व्यक्ति को और ज्यादा हंसने या नाचने पर मजबूर कर सकता है. इसके प्रभाव में व्यक्ति के सोचने-समझने की क्षमता प्रभावित होती है, जिससे कई बार ये लत का रूप भी ले सकता है, जिससे गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती है.
कब और कैसे दिखता है भांग का असर?
धूम्रपान (Smoking) के रूप में – अगर भांग को सिगरेट या बीड़ी के जरिए पिया जाता है, तो ये सीधे फेफड़ों के जरिए तेजी से अवशोषित होकर कुछ सेकंड में असर दिखाने लगती है.
ठंडाई के रूप में – अगर भांग को ठंडाई, मिठाइयों या अन्य खाने-पीने की चीजों में मिलाकर लिया जाए, तो इसका असर 30 मिनट से लेकर 1 घंटे के अंदर दिखना शुरू होता है.
जैसे-जैसे भांग का नशा बढ़ता है, व्यक्ति का मस्तिष्क जरूरत से ज्यादा सक्रिय हो जाता है, जिससे भ्रम, असंतुलन और कभी-कभी मतिभ्रम (hallucination) भी हो सकता है.
क्या भांग जानलेवा हो सकती है?
WebMD की रिपोर्ट के अनुसार, भांग का इस्तेमाल कई दवाओं में भी किया जाता है, लेकिन अगर इसे 50mg से ज्यादा मात्रा में लिया जाए, तो ये शरीर पर गंभीर प्रभाव डाल सकती है.
- सिगरेट या बीड़ी के जरिए लेने पर सांस लेने में दिक्कत हो सकती है.
- इसका अत्यधिक सेवन दिल के दौरे (Heart Attack) का खतरा बढ़ा सकता है.
- आंखों में जलन और धुंधला दिखाई देने की समस्या हो सकती है.
- नशा बढ़ने पर व्यक्ति अनाप-शनाप बोलने लगता है.
हालांकि, भांग के नशे से सीधे मौत की संभावना कम होती है, लेकिन हृदय रोगियों के लिए ये बेहद खतरनाक साबित हो सकता है. रिपोर्ट में ऐसे मामले सामने आए हैं, जहां भांग के अत्यधिक सेवन से दिल का दौरा पड़ा और मरीज की मौत हो गई.
बिना डॉक्टरी सलाह के भांग का सेवन खतरनाक हो सकता है.
हृदय, फेफड़े, हाई ब्लड प्रेशर (BP) या मानसिक रोग से जूझ रहे लोग इसे लेने से बचें.
भांग की लत लगने पर ये मानसिक और शारीरिक समस्याएं पैदा कर सकती है.