Shardiya Navratri 2023: त्योहारों के सीजन की शुरुआत हो चुकी है. वहीं 15 अक्टूबर से हिन्दू धर्म में मनाए वाले शारदीय नवरात्र की भी शुरुआत हो चुकी है. जो की 24 अक्टूबर को दशहरा के साथ खत्म होगा. इस त्योहार को लेकर देश भर में हर्षोल्लास का माहौल है. इस त्योहार की धूम भारत ही नहीं विदेशों में भी देखने को मिलती है. 9 दिन चलने वाले इस पवित्र त्योहार के दौरान लोग मां दुर्गा के नौ रूपों की आराधना करते हैं. वहीं कई लोग इस दौरान व्रत- उपवास रख माता रानी की भक्ति करते हैं.
कई नियमों का होता पालन
इस पवित्र त्योहार के दौरान लोग कई नियमों का पालन करते हैं. जैसे की मांसाहारी चीजें, लहसुन, अदरक और कॉमन सॉल्ट (साधारण नमक) से दूरी बना लेते हैं. व्रत के दौरान लोग अक्सर कॉमन सॉल्ट की जगह सेंधा नमक का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर व्रत में सेंधा नमक खाने की मनाही क्यों नहीं होती है. अगर आप इसकी वजह से अनजान हैं, तो यह खबर आपके लिए है.
व्रत में क्यों खाया जाता है सेंधा नमक?
व्रत में सेंधा नमक का इस्तेमाल इसलिए किया जाता है, क्योंकि उपवास के दौरान उन चीजों को खाने की सलाह दी जाती है, जो हल्के और पचाने में आसान हो और शरीर को डिटॉक्स करने में भी मदद करें. वहीं सेंधा नमक भोजन को शुद्ध और स्वस्थ बनाने के साथ ही सेहतमंद भी बनाता है. व्रत में सेंधा नमक इसलिए भी अच्छा माना जाता है, क्योंकि यह नमक का सबसे शुद्ध रूप है, जो अनप्रोसेस्ड होता है. जबकि सादे नमक को बनाने में कई केमिकल प्रोसेस इस्तेमाल किए जाते हैं.
सेंधा नमक व्रत इसलिए भी उपयोगी होता है, क्योंकि यह शरीर को अंदर से ठंडा रखने में मदद करता है, वहीं साधारण नमक की गर्म होता है. और सेंधा नमक में सोडियम की मात्रा कम और पोटैशियम की मात्रा ज्यादा होती है, यह आपके शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स के स्तर को बनाए रखता है, जिससे एनर्जी को बढ़ावा मिलता है, जो उपवास के दौरान आपको एक्टिव रखने के लिए जरूरी है. First Updated : Monday, 16 October 2023