महिलाओं का दिल: ये 5 खतरनाक लक्षण हैं, जो आप नजरअंदाज न करें!
महिलाओं की दिल की सेहत को लेकर कुछ चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं. 2020 में हार्ट डिजीज से 3 लाख से ज्यादा महिलाओं की मौत हुई और केवल 56% ही इस बीमारी को गंभीरता से समझती हैं. क्या आप जानते हैं कि महिलाओं में दिल के लक्षण अक्सर छिपे होते हैं? जैसे लंबे समय तक छाती में दर्द या थकान. जानिए इन संकेतों को कैसे पहचानें और दिल की बीमारियों से खुद को कैसे बचाएं. पूरी जानकारी के लिए पढ़ें हमारी खास रिपोर्ट!
Women's Heart: महिलाओं की सेहत का एक गंभीर पहलू है दिल की बीमारियां, जो अक्सर अनदेखा कर दी जाती हैं. अमेरिकी स्वास्थ्य एजेंसी CDC के अनुसार, 2020 में दिल की बीमारियों के कारण 3 लाख से ज्यादा महिलाओं की मौत हुई थी. इस अध्ययन से यह भी सामने आया है कि केवल 56% अमेरिकी महिलाएं ही समझती हैं कि हार्ट डिजीज कितनी खतरनाक हो सकती है. तो चलिए, जानते हैं महिलाओं में दिल की बीमारियों के संकेत और इससे जुड़ी गंभीर बातें.
हार्ट डिजीज: महिलाओं के लिए बढ़ता खतरा
कुछ समय पहले तक यह माना जाता था कि महिलाएं हार्ट अटैक से कम प्रभावित होती हैं, लेकिन हाल की रिसर्च ने इसे बदल दिया है. दिल्ली में आयोजित Cardiology Summa 2024 में एक स्टडी में खुलासा हुआ है कि महिलाओं में दिल की बीमारियों के मामले बढ़ रहे हैं. 2016 में अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन ने औपचारिक तौर पर यह स्वीकार किया कि महिलाओं में हार्ट अटैक का रिस्क पुरुषों की तुलना में ज्यादा होता है.
कौन सी दिल की बीमारी है ज्यादा खतरनाक?
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, महिलाओं में सबसे आम दिल की बीमारी कोरोनरी आर्टरी डिजीज है. इसमें हार्ट से अन्य अंगों तक खून पहुंचाने वाली नलियों में प्लाक बन जाता है, जिससे ब्लॉकेज हो जाती है. मेनोपॉज के बाद हार्मोनल बदलाव के कारण महिलाओं में इस बीमारी का खतरा और बढ़ जाता है. 'एरीथीमिया' के चलते भी महिलाओं में हार्ट अटैक का रिस्क ज्यादा होता है.
लक्षण जो नहीं होने चाहिए नजरअंदाज
महिलाओं में हार्ट डिजीज के लक्षण अक्सर नजर नहीं आते और गंभीर स्थिति में ही पहचान में आते हैं. उदाहरण के लिए:
➛ लंबे समय तक छाती में दर्द
➛ ज्यादा थकान, चक्कर आना, हाथों में झनझनाहट
➛गर्दन, जबड़े, पीठ या पेट में ऊपर की ओर दर्द
➛ छाती में दबाव, अपच, जलन, उल्टी, जी मिचलाना
➛ स्किन का रंग बदलना
इन लक्षणों को अक्सर लोग सामान्य समझ लेते हैं लेकिन ये दिल की बीमारी के संकेत हो सकते हैं.
महिलाओं के लिए जागरूकता जरूरी
दिल की बीमारियों का सामना करने वाली महिलाओं में यह ध्यान देने वाली बात है कि सभी मरीज पहले से किसी अन्य बीमारी से पीड़ित नहीं होते. कई महिलाएं तो हेल्दी लाइफस्टाइल जीती हैं, लेकिन तनाव, चिंता और प्रदूषण जैसे फैक्टर भी हार्ट अटैक का कारण बन सकते हैं. इसके अलावा, महिलाएं हाई ब्लड प्रेशर और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं को गंभीरता से नहीं लेतीं जिससे दिक्कतें बढ़ती हैं.
महिलाओं के दिल की सेहत को लेकर जागरूकता बहुत जरूरी है. यह जानना महत्वपूर्ण है कि दिल की बीमारियां किसी को भी प्रभावित कर सकती हैं, चाहे वह स्वस्थ जीवनशैली जीती हो या नहीं. इसलिए, यदि आपको इनमें से कोई भी लक्षण महसूस होता है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें. अपनी सेहत को प्राथमिकता दें और सुरक्षित रहें!