World Music Day 2023: जानें वर्ल्ड म्यूजिक डे की शुरुआत कब हुई और क्या है इसका इतिहास?
World Music Day 2023: संगीत से दिल को जहां सुकून मिलता है तो वहीं दिमाग को शांति भी मिलती है। म्यूजिक और म्यूजिक सो जुड़े कलाकारों के महत्व को लोगों तक पहुंचाने के लिए 21 जून को वर्ल्ड म्यूजिक डे मनाया जाता है।
हाइलाइट
- 21 जून 1982 को फ्रांस ने पहला विश्व संगीत दिवस मनाया था। फ्रांस के संस्कृति मंत्री मौरिस फ्लेर ने सार्वजनिक रूप से विश्व संगीत दिवस मनाने का प्रस्ताव रखा था।
World Music Day 2023: म्यूजिक से इंसान का गहरा रिश्ता है हम जब खुश होते है तो सॉन्ग सुनते हैं, दुखी होते हैं तो सॉन्ग सुनते हैं जिसे सुनकर सुकून मिलता है। शादी हो या कोई सेलिब्रेशन म्यूजिक के बिना सब अधूरा है। म्यूजिक लोगों के दिल और दिमाग पर गहरा असर डालता है।
जहां संगीत सुनने से दिल को सुकून मिलता है वहीं दिमाग को शांति भी मिलती है। इसके साथ ही आपको यह जान कर हैरानी होगी की मरीजों का इलाज करने के लिए म्यूजिक का इस्तेमाल किया जाता है। यही कारण हैं कि म्यूजिक से जुड़े कलाकारों के महत्व को लोगों तक पहुंचाने के लिए 21 जून को वर्ल्ड म्यूजिक डे मनाया जाता है। आपको बता दें कि इस दिन कई म्यूजिकल कार्यक्रमों का आयोजन किया गया था। आइए जानते हैं कि इस दिन की शुरुआत कैसे की गई थी?
जानें इतिहास
21 जून 1982 को फ्रांस ने पहला विश्व संगीत दिवस मनाया था। फ्रांस के संस्कृति मंत्री मौरिस फ्लेर ने सार्वजनिक रूप से विश्व संगीत दिवस मनाने का प्रस्ताव रखा था। जिसे 1981 में अपनाया गया था। उसके बाद फ्रांस के अगले संस्कृति मंत्री जैक लैंग ने घोषणा की अब हर साल विश्व संगीत दिवस मनाया जायेगा।
ऐसे में 21 जून 1981 को पहली बार विश्व संगीत दिवस मनाया गया था। कहा जाता है कि 21 जून को सबसे लंबा दिन होता है और इस दिन अंतरराष्ट्रीय योग दिवस भी मनाया जाता है।
क्या है महत्व?
विश्व संगीत दिवस का दुनिया में काफी महत्व है। साथ ही संगीत हमारे जीवन को रंगों और ध्वनियों से भर देता है और इसका एक विशेष अर्थ भी है।यह हमें खुशी, भावना और व्यक्तित्व की शक्ति देता है।
इसके साथ ही संगीत के माध्यम से हम अपनी भावनाओं को व्यक्त कर सकते हैं और संगीत का आनंद भी ले सकते हैं, वर्ल्ड म्यूजिक डे दुनिया भर में शांति और भाईचारे का संदेश फैलाने के साथ-साथ संगीत का बढ़ावा देता है।