Youth Abandoning Condoms : कंडोम अब एक ऐसा शब्द नहीं रहा जिसे लेकर संकोच किया जाता है. इसका इस्तेमाल असुरक्षित यौन संबंध से होने वाली बीमारियों जैसे कि एड्स (AIDS) के खतरे को कम करता है. यही कारण है कि पूरी दुनिया में कंडोम के उपयोग को बढ़ावा दिया जा रहा है. फिर भी, युवाओं में कंडोम का उपयोग घटता जा रहा है, और यह एक चिंता का विषय है. यह जानकारी विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की रिपोर्ट में सामने आई है.
कंडोम के उपयोग में कमी का कारण पोर्नोग्राफी, ओनलीफैन्स जैसे प्लेटफॉर्म, और नेचुरल फैमिली प्लानिंग को बताया जा रहा है. ग्लोबल यूथ ऑर्गनाइजेशन (YMCA) की सेक्सुअल हेल्थ टीचर सारा प्रैट का कहना है, "कुछ लड़के कंडोम का इस्तेमाल नहीं करते, क्योंकि वे पोर्न वीडियोज में इसका इस्तेमाल नहीं देखते." साथ ही उनका यह भी कहना है कि सेक्स एजुकेशन के अभाव की वजह से भी युवा कंडोम का इस्तेमाल नहीं करते. वे यह समझते नहीं कि कंडोम का उपयोग सेक्सुअली ट्रांसमिटेड इन्फेक्शन्स (STIs) से बचाव का सबसे आसान तरीका है.
WHO ने हाल ही में यूरोप और मिडिल ईस्ट के 42 देशों में एक सर्वे किया. इसमें 15 साल के 2,42,000 किशोरों से कंडोम के इस्तेमाल पर सवाल पूछा गया. सर्वे में यह पाया गया कि जिन लड़कों ने पिछले बार किसी के साथ शारीरिक संबंध बनाते वक्त कंडोम का इस्तेमाल किया था, उनका प्रतिशत 2014 में 70% था, जो अब घटकर 2022 में 61% रह गया है.
रिपोर्ट के मुताबिक, लड़कियों में भी कंडोम का इस्तेमाल कम हुआ है. जो लड़कियां कंडोम या गर्भ निरोधक गोलियों का इस्तेमाल करती थीं, उनकी संख्या 63% से घटकर 57% हो गई है. इसके साथ ही, इमरजेंसी गर्भ निरोधक पिल्स का उपयोग भी कम हो रहा है.
WHO के सर्वे में यह भी पाया गया कि 2014 से 2022 के बीच 26% लड़कियां, जो पिछली बार शारीरिक संबंध बनाते समय गर्भ निरोधक गोलियां ले रही थीं, अब उनका प्रतिशत घटकर 15% रह गया है. इसके अलावा, लोअर मिडिल क्लास परिवारों में 33% किशोरों ने कंडोम का इस्तेमाल नहीं किया, जबकि हाई क्लास परिवारों में यह संख्या 25% तक थी. WHO ने युवाओं से अपील की है कि वे यौन संबंध के दौरान कंडोम का इस्तेमाल करें, ताकि यौन रोगों और अनचाहे गर्भवती होने से बचा जा सके. First Updated : Monday, 13 January 2025