सफ़र के बीच वो बोला कि अपने घर जाऊँ | सिदरा सहर इमरान

सफ़र के बीच वो बोला कि अपने घर जाऊँ,अँधेरी रात में तन्हा मैं अब किधर जाऊँ,

calender

सफ़र के बीच वो बोला कि अपने घर जाऊँ

अँधेरी रात में तन्हा मैं अब किधर जाऊँ

 

मुझे बिगाड़ दिया है मिरे ही लोगों ने

कोई ख़ुलूस से चाहे तो मैं सँवर जाऊँ

 

मिरी जुदाई में गुज़री है ज़िंदगी कैसी

ये जी में आई है इस बार पूछ कर जाऊँ

 

बता तू कुफ्ऱ कर फ़तवा लगाएगा मुझ पर

ख़ुदा मैं मानूँ तुझे और फिर मुकर जाऊँ

 

तू सब्ज़ झील के पानी में ढूँढता ही रहे

मैं चाँद ओक में भर लूँ कमाल कर जाऊँ

 

बला का ख़ौफ़ थमाया है आइनों ने मुझे

मैं अक्स अपना जो देखूँ तो जैसे डर जाऊँ First Updated : Tuesday, 23 August 2022

Topics :