Kavita: दर्द अपनाता है पराए कौन | जावेद अख़्तर

दर्द अपनाता है पराए कौनकौन सुनता है और सुनाए कौन

calender

दर्द अपनाता है पराए कौन

कौन सुनता है और सुनाए कौन

 

कौन दोहराए वो पुरानी बात

ग़म अभी सोया है जगाए कौन

 

वो जो अपने हैं क्या वो अपने हैं

कौन दुख झेले आज़माए कौन

 

अब सुकूँ है तो भूलने में है

लेकिन उस शख़्स को भुलाए कौन

 

आज फिर दिल है कुछ उदास उदास

देखिये आज याद आए कौन First Updated : Thursday, 28 July 2022