'दूर तक छाए थे बादल और कहीं साया न था...;पढ़ें बारिश पर बेहतरीन शेर...
Best Sher on Rain: बारिश की हल्की- हल्की बूंद प्रेमी जोड़ों के प्रेम की मिठास को और बढ़ाने का काम करती है. ऐसे में अगर आपको अपने महबूब की याद सताने लगे तो एक खुशनुमा सा माहौल बनने लगता है. ऐसे में आज हम कुछ बेहतरीन शायरों के लिखें उम्दा शेर-शायरी को आपके सामने बयां करेंगे. जिसका सहारा लेकर आप अपने चाहने वालों से प्यार का इजहार कर सकते हैं.
Best Sher on Rain: देश में मानसून ने दस्तक दे दी है. इस दौरान बारिश की बूंदे जैसे-जैसे धरती पर पड़ती हैं वैसे-वैसे लोगों के मन में भी इसकी लहरें उठने लगती हैं. ऐसे में कई लोग इस मौसम में घूमना पसंद करते हैं तो कोई घर पर चाय और पकौड़ों का मजा लेना चाहता है, वहीं अपने दिल का हाल बयां करने के लिए भी बरसात का मौसम एक दम बढ़िया माना जाता है. ऐसे में आज हम कुछ बेहतरीन शायरों के लिखें उम्दा शेर-शायरी को आपके सामने बयां करेंगे. जिसका सहारा लेकर आप अपने चाहने वालों से प्यार का इजहार कर सकते हैं.
थोड़ी सी बारिश होती है
ज़ियाउल मुस्तफ़ा तुर्क
हम से पूछो मिज़ाज बारिश का
हम जो कच्चे मकान वाले हैं
अशफ़ाक़ अंजुम
अजब पुर-लुत्फ़ मंज़र देखता रहता हूँ बारिश में
बदन जलता है और मैं भीगता रहता हूँ बारिश में
ख़ालिद मोईन
हैरत से तकता है सहरा बारिश के नज़राने को
कितनी दूर से आई है ये रेत से हाथ मिलाने को
सऊद उस्मानी
कितनी दिलकश हैं ये बारिश की फुवारें लेकिन
ऐसी बारिश में मिरी जान भी जा सकती है
त्रिपुरारि
बारिश के बा'द रात सड़क आइना सी थी
इक पांव पानियों पे पड़ा चांद हिल गया
ख़्वाजा हसन असकरी
बरस रही थी बारिश बाहर
और वो भीग रहा था मुझ में
नज़ीर क़ैसर
ग़म की बारिश ने भी तेरे नक़्श को धोया नहीं
तू ने मुझ को खो दिया मैं ने तुझे खोया नहीं
मुनीर नियाज़ी