Kaifi Azmi birthday: जाँ निसार अख़्तर के इस मशहूर गाने से इंस्पिरेशन लेकर लिखा गया है तेरी मिट्टी गाना, ख़ुद मनोज मुंतशिर ने कुबूली बात

Kaifi Azmi birthday: मशहूर गीतकार और पठकथाकर कैफ़ी आज़मी हिंदी सिनेमा में एक से बढ़कर एक खूबसूरत नग्में बनाएं है जिन्हें आज भी लोग पसंद करते हैं और गुनगुनाते हैं. इन्ही के लिखे गानों से इंस्पायर होकर आज के लेखक लिखते हैं. तो चलिए आज उनके बर्थडे स्पेशल पर उनसे जुड़ी कुछ दिलचस्प बाते जानते हैं.

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Kaifi Azmi birthday Special: कैफ़ी आज़मी अपने आप में एक बड़ा नाम है. ये वो शख्स है जिन्होंने हिंदी सिनेमा के लिए कई नग्में बनाए है जो आज के मॉडर्न जमाने के लोग भी सुनते हैं. उन्होंने हिंदी सिनेमा के लिए बहुत से गाने लिखे हैं जिसे सुनकर दिल को शुकुन आता है. फिल्म 'हीर रांझा' के गीत 'मिलो न तुम हम घबराए, मिलो तो आंख चुराए', फिल्म 'बुजदिल' के 'ये दुनिया ये महफिल मेरे काम के नहीं' गाने उस जमाने में हिट साबित हुए.

इसके अलावा उन्होंने देश भक्ति के ऊपर भी कई गाने लिखे हैं जिसमें फिल्म 'हकीकत' का मोस्ट पॉपुलर सॉन्ग 'कर चले हम फिदा जानो तन साथियो' हैं. इस गाने से जुड़ी एक दिलचस्प कहानी है जो आज के जमाने की फिल्म 'केसरी' के गाने 'तेरी मिट्टी' से जुड़ा हुआ है. तो चलिए उनके बर्थडे के खास मौके पर उनके बारे में कुछ रोचक बातें जानते हैं.

11 साल की उम्र में  कैफ़ी आज़मी ने लिखी थी पहली ग़ज़ल-

कैफ़ी आज़मी उर्दू शायरी के मशहूर शायर थे जिन्हें अदब और हिंदू सिनेमा में बराबर का मान सम्मान मिला. उनका असली नाम अख्तर हुसैन रिजवी था. उनका जन्म उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के एक छोटे से गांव मिजवां में 14 जनवरी 1919 को हुआ था. कैफ़ी को बचपन में कविताएं पढ़ने का बेहद शौक था. उनकी प्रतिभा को देखकर उनके भाइयों ने उन्हें खुद से कविता लिखने के लिए प्रोत्साहित किया. जिसके बाद उन्होंने महज 11 वर्ष की उम्र में अपनी पहली गज़ल लिखी. हालांकि उस वक्त कोई नहीं जानता था कि, ये 11 साल का बच्चा अपनी कलम की जादू पूरी दुनिया में चलाएगा.

फिल्म हीर रांझा के डायलॉग और गाने से मिली शोहरत-

कैफी आजमी ने हिंदी सिनेमा के लिए कई गाने लिखे हैं जो आज भी बहुत पसंद किए जाते हैं. उन्होंने साल 1951 में पहली बार फिल्म 'बुजदिल' के लिए गाने लिखे थे. उनका काम लोगों को खूब पसंद आया जिसके बाद उन्होंने फिल्म, यहूदी की बेटी, परवीन, मिस पंजाब मेल, ईद का चांद के लिए गाने लिखे. हालांकि जब उन्होंने साल 1970 में फिल्म हीर रांझा के डायलॉग और गाने लिखे तो उन्हें खूब लोकप्रियता मिली. इसके बाद देशभर में उनकी एक अलग पहचान उभर कर सामने आई .

कैफ़ी आज़मी के गाने से इंस्पायर होकर लिखी गई थी फिल्म 'केसरी' के गाने-

साल 2019 में रिलीज हुई अक्षय कुमार की फिल्म 'केसरी' का लोकप्रिय सॉन्ग 'तेरी मिट्टी में मिल जावा' कैफ़ी आज़मी के लिखे गए गाने 'कर चले हम फिदा जानो तन साथियो' से इंस्पायर होकर लिखा गया था. इस गाने को आज के जमाने के फेमस लेखक मनोज मुंतशिर ने लिखा है. इस गाने के बारे में मनोज मुंतशिर ने एक वीडियो में बताया था कि, जब उन्हें फिल्म केसरी के लिए एक देशभक्ति गाने लिखने के लिए कहा गया था तब उन्हें समझ नहीं आ रहा था.

वो एक इंस्पिरेशन की तलाश में थे. उन्होंने कहा कि, वो एक ऐसे गाने की तलाश कर रहे थे जिसमें देश के प्रति भक्ति और भावना कूट-कूट की भरी हो, जिसमें देश प्रेम की बात हो और देश के प्रति पवित्र भावना हो. इस बीच उन्हें फिल्म के डायरेक्टर अनुराग सिंह ने एक गाना दिलाया जिसे सुनने के बाद उन्हें लगा कि, अगर इस गाने के जैसे नहीं भी होगा तो इसकी थर्ड फोर्थ कॉपी भी हुआ तो भी अच्छा होगा.

आपको बता दें कि, फिल्म केसरी का गाना तेरी मिट्टी गाना मनोज मुंतशिर ने फिल्म हकीकत के सॉन्ग कर चले हम फिदा जानो तन साथियों से इंस्पायर होकर लिखा था जो हिट साबित हुआ था. First Updated : Saturday, 13 January 2024