शायद कोई ख्वाहिश रोती रहती है...पढ़ें बारिश पर लिखे बेहतरीन शेर..
Best Sher on Rain: देश में मानसून की शुरुआत हो चुकी है. बारिश की हल्की- हल्की बूंद प्रेमी जोड़ों के प्रेम की मिठास को और बढ़ाने का काम करती है. ऐसे में अगर आपको अपने महबूब की याद सताने लगे तो एक खुशनुमा सा माहौल बनने लगता है.. इसलिए पेश हैं आपके लिए बारिश पर लिखे बेहतरीन शेर....
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Best Sher on Rain: देश में मानसून की शुरुआत हो चुकी है. बारिश की हल्की- हल्की बूंद प्रेमी जोड़ों के प्रेम की मिठास को और बढ़ाने का काम करती है. ऐसे में अगर आपको अपने महबूब की याद सताने लगे तो एक खुशनुमा सा माहौल बनने लगता है. इस दौरान प्रेम का जो एहसास होता है उसे एक शायर से बेहतर कोई नहीं समझ सकता. इसलिए पेश हैं आपके लिए बारिश पर लिखे बेहतरीन शेर....
याद आई वो पहली बारिश
जब तुझे एक नज़र देखा था
नासिर काज़मी
शायद कोई ख्वाहिश रोती रहती है,
मेरे अन्दर बारिश होती रहती है
अहमद फ़राज़
धूप सा रंग है और खुद है वो छाँवो जैसा
उसकी पायल में बरसात का मौसम छनके
क़तील शिफ़ाई
उस को आना था कि वो मुझ को बुलाता था कहीं
रात भर बारिश थी उस का रात भर पैग़ाम था
ज़फ़र इक़बाल
टूट पड़ती थीं घटाएँ जिन की आँखें देख कर
वो भरी बरसात में तरसे हैं पानी के लिए
सज्जाद बाक़र रिज़वी
वो अब क्या ख़ाक आए हाए क़िस्मत में तरसना था
तुझे ऐ अब्र-ए-रहमत आज ही इतना बरसना था
कैफ़ी हैदराबादी
साथ बारिश में लिए फिरते हो उस को 'अंजुम'
तुम ने इस शहर में क्या आग लगानी है कोई
अंजुम सलीमी