Munawwar Rana Death: नौजवान नस्ल को माँ का मतलब समझा गए मुनव्वर राणा, पढ़िए बेहतरीन शेर
Munawwar Rana Sher on Mother: उर्दू दुनिया के दिग्गज शायर मुनव्वर राणा अब इस दुनिया में नहीं रहे. मां पर एक से बढ़कर एक शेर लिखने वाले मुनव्वर राणा के कुछ मशहूर शेर हम आपको बताने जा रहे हैं. पढ़िए
Munawwar Rana Death: नौजवान नस्ल को आसान भाषा में माँ का मतलब समझाने वाला शायर अब इस दुनिया में नहीं रहा. जी हाँ, मुनव्वर राणा अब इस दुनिया से रुख्सत हो चुके हैं. रविवार देर रात मुनव्वर राणा को कार्डियेक अरेस्ट की वजह से मुनव्वर राणा का देहांत हो गया है. हालाँकि वो एक लंबे समय से बीमार चल रहे थे. इससे पहले उनकी हालत पिछले साल भी काफ़ी गंभीर थी और उन्हें उस वक़्त भी लंबे समय तक वेंटिलेटर पर रखा गया था.
मुनव्वर राणा के मां पर लिखे गए मशहूर शेर
चलती फिरती हुई आँखों से अज़ाँ देखी है
मैं ने जन्नत तो नहीं देखी है माँ देखी है
अभी ज़िंदा है माँ मेरी मुझे कुछ भी नहीं होगा
मैं घर से जब निकलता हूँ दुआ भी साथ चलती है
इस तरह मेरे गुनाहों को वो धो देती है
माँ बहुत ग़ुस्से में होती है तो रो देती है
किसी को घर मिला हिस्से में या कोई दुकाँ आई
मैं घर में सब से छोटा था मिरे हिस्से में माँ आई
जब भी कश्ती मिरी सैलाब में आ जाती है
माँ दुआ करती हुई ख़्वाब में आ जाती है
कल अपने-आप को देखा था माँ की आँखों में
ये आईना हमें बूढ़ा नहीं बताता है
तेरे दामन में सितारे हैं तो होंगे ऐ फ़लक
मुझ को अपनी माँ की मैली ओढ़नी अच्छी लगी
ये सोच के माँ बाप की ख़िदमत में लगा हूँ
इस पेड़ का साया मिरे बच्चों को मिले