शाहजहां और मुमताज की मोहब्बत के बारे में कौन नहीं जानता. उत्तर प्रदेश के आगरा में मौजूद ताजमहल इन दोनों की मोहब्बत की निशानी है. पहली नजर में एक दूसरे को दिल दे देने वाले शाहजहां और मुमताज को लेकर कहा जाता है कि दोनों एक दूसरे से बहुत मोहब्बत करते थे. शाहजहां की और भी पत्नियां थीं लेकिन वो सबसे ज्यादा मुमताज को चाहते थे. लगभग ये भी सभी लोग जानते हैं कि मुमताज जहां की मौत के उनकी याद में शाहजहां ने यह ताजमहल बनवाया था. जिसका वादा शाहजहां ने मुमताज से किया था. हालांकि क्या आप जानते हैं कि मुमताज ने शाहजहां से कुछ और भी वादे किए थे?
जी हां मुमताज और शाहजहां के बीच 4 वादे हुए थे. जिनमें शाहजहां सिर्फ तीन ही पूरे कर पाए थे. तो चलिए जानते हैं कि आखिर वो चार वादे कौन-कौन से थे और कौन एक वादा अधूरा रह गया था.
➤ शाहजहां ने मुमताज और उनकी याद के लिए एक महल बनवाया. जिसमें कहा गया कि आसपास नदीं हो अच्छे बाग हो जिसके बाद शाहजंहा ने यमुना के किनारे ताजमहल का निर्माण करवाया.
➤ वहीं शाहजहां की दूसरे वादें की बात करें तो दूसरा वादां था कि दूसरी पत्नी से कोई संतान पैदा न करें.
➤ तीसरे वादा था कि शाहजहां सभी बच्चों के साथ प्यार करेंगे और सभी के साथ अच्छा व्यवहार और नरमी पेश आएंगे.
➤ शाहजहां के चौथे वादे यानी अधुरे वादे की बात करें तो उन्होंने वादा किया था कि वो हर साल मुमताज के मकबरे पर जाएंगे लेकिन बीमारी के कारण बाद में वो इस वादे को निभा नहीं पाए.
मुमताज को हमेशा उनकी खूबसूरती के लिए जाना गया लेकिन इतिहास में अगर उनके किस्से उठा के देंखे तो मुमताज शाहजहां के शासन करने में हाथ में बंटाती थी. मुमताज का निधन तब हुआ जब शाहजहां को मुगल सल्तनत संभाले हुए मात्र 4 साल ही हुए थे.
इतालवी इतिहासकार निकोलाओ मनूची लिखते हैं, मुमताज शाहजहां की 13वीं पत्नी थी. पूरे जीवनकाल में शाहजहां का नाम कई औरतों से जोड़ा गया, लेकिन उन्होंने सबसे ज्यादा प्यार मुमताज से किया. बादशाह अपना सबसे ज्यादा समय मुमताज के साथ बिताते थे. First Updated : Friday, 05 April 2024