किसने भीगे हुए बालों से ये छटका पानी, पढ़ें जुल्फों पर लिखे बेहतरीन शेर...

Best Sher On Hair: शानदार शायरों की लिखीं शायरी आपके प्रेम में जान डालने का काम करती हैं. वहीं महबूब का ख्याल आते ही उसकी खूबसूरत जुल्फों का जिक्र तो होना बनता है. ऐसे में शायरी उन जुल्फों की खूबसूरती बयां करने में एक सहारे का काम करती हैं. तो ऐसे में पेश हैं आज आपके सामने ज़ुल्फ़ पर लिखी गई कुछ शानदार शायरियां.

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Best Sher On Hair: इश्क में मोहब्बत का इजहार करना हो तो शानदार शायरों की लिखीं शायरी आपके प्रेम में जान डालने का काम करती हैं. वहीं महबूब का ख्याल आते ही उसकी खूबसूरत जुल्फों का जिक्र तो होना बनता है. ऐसे में शायरी उन जुल्फों की खूबसूरती बयां करने में एक सहारे का काम करती हैं. तो ऐसे में पेश हैं आज आपके सामने ज़ुल्फ़ पर लिखी गई कुछ शानदार शायरियां जो आप अपने महबूब  को सुना सकते हैं. 

चाँदी जैसा रंग है तेरा, सोने जैसे बाल 
एक तू ही धनवान है गोरी बाक़ी सब कंगाल

क़तील शिफ़ाई

ज़ाहिद ने मेरा हासिले ईमां नहीं देखा 
रुख़ पर तिरी ज़ुल्फों को परेशां नहीं देखा

असगडर गोंडवी

अब्र में चाँद गर न देखा हो 
रुख़ पे ज़ुल्फों को डाल कर देखो

जोश लखनवी 

छेड़ती हैं कभी लब को कभी रुख़्सारों को
तुमने ज़ुल्फ़ों के बहुत सर पे चढ़ा रखा है

ग़ौस ख़ाह मख़ाह हैदराबादी

कुछ बिखरी हुई यादों के किस्से भी बहुत थे
कुछ उसने भी बालों को खुला छोड़ दिया था

मुनव्वर राना 

उनके गेसू संवरते जाते हैं
हादसे हैं गुज़रते जाते हैं

महेश चन्द्र नक्श

बरसात का मज़ा तिरे गेसू दिखा गए
अक्स आसमान पर जो पड़ा अब्र छा गए

 माधव राम जौहर

देखी थी इक रात तेरी ज़ुल्फ़ ख्वाब में 
फिर जब तलक जिया मैं परेशान ही रहा

 रज़ा अज़ीमाबादी First Updated : Tuesday, 02 July 2024