Chhattisgarh: मुख्यमंत्री बघेल ने शहीद जवानों की पार्थिव शरीर को दिया कंधा, कहा- बेकार नहीं जाएगी शहादत
छत्तीसगढ़ में दंतेवाड़ा जिले के अरनपुर थाना क्षेत्र में नक्सल हमले में शहीद हुए जवानों को अंतिम सलामी दे दी गई है। इस बिच प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी श्रद्धांजलि दी।
हाइलाइट
- मुख्यमंत्री बघेल ने शहीद जवानों की पार्थिव शरीर को दिया कंधा, कहा- बेकार नहीं जाएगी शहादत
Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में दंतेवाड़ा जिले के अरनपुर थाना क्षेत्र में नक्सल हमले में शहीद हुए जवानों को अंतिम सलामी दे दी गई है। इस बिच प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री बघेल के साथ गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू भी दंतेवाड़ा पहुंचे हैं।
है नमन उनको कि जिनके सामने बौना हिमालय ⁰जो धरा पर गिर पड़े पर आसमानी हो गये हैं ⁰लिख चुकी है विधि तुम्हारी वीरता के पुण्य लेखे ⁰विजय के उदघोष, गीता के कथन तुमको नमन है
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) April 27, 2023
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📍दंतेवाड़ा pic.twitter.com/nsoh7cnZbC
दोनों नेताओं ने शहीद जवानों के पार्थिव शरीर को कंधा भी दिया। इसके बाद वह जवानों के परिजनों से भी मिले। मुख्यमंत्री यहां पर पुलिस और सुरक्षाबल के अधिकारियों की उच्च स्तरीय बैठक भी ली। शहीद जवानों के पार्थिव शरीरों को उनके गृह ग्राम के लिए रवाना किए जा रहे हैं।
बेकार नहीं जाएगी शहादत: मुख्यमंत्री बघेल
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि, इस घटना में हमारे 10 जवान और एक चालक शहीद हुआ, उनकी शहादत बेकार नहीं जाएगी। मुझे गर्व है कि हमारे जवान लड़ते हुए शहीद हुए...इस घटना से हमारे मनोबल पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा बल्कि हमारे जवान उनका डटकर सामना करेंगे और इसका बदला लेंगे।
सीएम बघेल ने कहा, जो जवानों और सिविलियन के लिए नक्सल नीति बनाई गई हैं उसके अनुसार दंतेवाड़ा में नक्सली हमले में जान गंवाने वाले 10 डीआरजी जवानों और एक चालक को मुआवजा दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि, दंतेवाड़ा SP को नक्सलियों की गोपनीय सूचना मिली थी। घटनास्थल पर हमारी टीम की नक्सलियों के साथ मुठभेड़ हुई, एक नक्सली को पकड़कर लाया जा रहा था जिस दौरान IED ब्लास्ट में 10 जवान और एक सिविलियन की मृत्यु हो गई। मैं उन्हें श्रद्धांजलि देता हूं। हमारे जवानों ने लड़ते हुए अपने प्राणों की आहूति दी है, यह लड़ाई तेजी से लड़ी जाएगी।
ये जवान हुए शहीद-
हेड कॉन्सटेबल जोगा सोढी, मुन्ना राम कड़ती, संतोष तामो, नव आरक्षक दुल्गो मण्डावी, लखमू मरकाम, जोगा कवासी, हरिराम मण्डावी, गोपनीय सैनिक राजू राम करटम, जयराम पोड़ियाम और जगदीश कवासी शहीद हुए हैं। इनके साथ ही प्राइवेट वाहन के चालक धनीराम यादव की भी मौत हो गई है।