वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाते हुए बोले PM मोदी- 21वीं सदी का भारत नई सोच, नई तकनीक की बात करता
मध्यप्रदेश को आज पहली वंदे भारत एक्सप्रेस मिली है जो कि भोपाल में रानी कमलापति-नई दिल्ली के लिए
हाइलाइट
- मध्य प्रदेश में वंदे भारत एक्सप्रेस को पीएम मोदी ने दिखाई हरी झंड़ी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भोपाल में रानी कमलापति-नई दिल्ली वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव सहित अन्य उपस्थित रहें।
भोपाल और नई दिल्ली के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर दिखाकर मध्यप्रदेश की जनता को संबोधित करते हुए बोले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सबसे पहले इंदौर मंदिर में रामनवमी को जो हादसा हुआ, मैं उसके प्रति अपना दुख व्यक्त करता हूं। इस हादसे में जो लोग असमय हमें छोड़ गए, उन्हें श्रद्धांजलि देता हूं और उनके परिवारों के प्रति मैं संवेदना व्यक्त करता हूं। जो श्रद्धालु जख्मी हुए हैं, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है, मैं उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।
आगे उन्होंने कहा कि 'आज मध्य प्रदेश को अपनी पहली वंदे भारत ट्रेन की सौगात मिली है। इससे मध्य प्रदेश से दिल्ली का सफर और आसान हो जाएगा। रेलवे के इतिहास में कभी बहुत कम ही ऐसा हुआ होगा कि एक ही स्टेशन पर किसी प्रधानमंत्री का इतने कम समय अंतराल में दोबारा आना हुआ होगा। आधुनिक भारत में नई व्यवस्थाएं, नई सुविधाएं बन रही हैं। इस ट्रेन में यात्री के रूप में जो बच्चे जा रहे थे उन्होंने इस ट्रेन में सफर करने की अपनी उत्सुकता ज़ाहिर की।
पीएम मोदी ने कहा कि 'यह आयोजन जिस आधुनिक और भव्य रानी कमलापित स्टेशन पर हो रहा है, उसका लोकार्पण करने का सौभाग्य भी आप सबने मुझे दिया था। आज मुझे यही से दिल्ली के लिए भारत के आधुनिकतम वंदे भारत ट्रेन को रवाना करने का अवसर दिया है। रेलवे के इतिहास में कभी बहुत कम ऐसा हुआ होगा कि एक ही स्टेशन पर इतने कम अंतराल में किसी प्रधानमंत्री का दोबारा आना हुआ हो। इस आधुनिक भारत में नई व्यवस्थाएं बन रही हैं, नई परंपराएं बन रही हैं… आज का कार्यक्रम इसी का एक उत्तम उदाहरण है। आज एक अप्रैल के इस कार्यक्रम पर हमारे कांग्रेस के मित्र यह बयान ज़रूर देंगे कि ये मोदी तो ‘अप्रैल फूल’ बना रहा है। लेकिन आप देखिए...एक अप्रैल को ही यह ट्रेन चल पड़ी है।'
पीएम मोदी कांग्रेस पर साधा निशाना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 'यह हमारे कौशल, सामर्थ्य और हमारे आत्मविश्वास का प्रतीक है। 21वीं सदी का भारत अब नए सोच और नए अप्रोच के साथ काम कर रहा है। पहले की सरकारें तुष्टीकरण में ही इतना व्यस्त रहीं कि देशवासियों के संतुष्टीकरण पर उनका ध्यान ही नहीं गया। वे वोटों के तुष्टीकरण में जुटे हुए थे और हम देशवासियों के संतुष्टीकरण में समर्पित हैं। कांग्रेस एक ही परिवार को देश का प्रथम परिवार मानती रही।'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि "आजादी के बाद उन्हें बना-बनाया रेलवे नेटवर्क मिला था, अगर तब की सरकारें चाहती तो बहुत तेजी से रेलवे को आधुनिक बना सकती थीं, लेकिन राजनीतिक स्वार्थ के लिए,रेलवे के विकास को ही बलि चढ़ा दिया गया। हाल तो यह था कि आजादी के दशकों बाद भी हमारे नॉर्थ-ईस्ट के राज्य रेलवे से नहीं जुड़े थे। वर्ष 2014 में आपने जब मुझे सेवा का मौका दिया, तो मैंने तय किया कि अब ऐसा नहीं होगा, रेलवे का कायाकल्प होकर रहेगा।
बीते 9 वर्षों में हमारा ये निरंतर प्रयास रहा है कि भारतीय रेल दुनिया का श्रेष्ठ रेल नेटवर्क कैसे बने। आज रेलवे स्टेशनों का आधुनिकरण किया जा रहा है। आज देश के 6,000 स्टेशनों पर वाई-फाई की सुविधा दी जा रही है। देश के 900 से ज्यादा रेलवे स्टेशनों पर सीसीटीवी लगाने का काम पूरा हो चुका है। पहले सांसद चिट्ठी लिखते थे कि ट्रेन इस स्टेशन पर रूकने की व्यवस्था हो, यहां रोकी जाए, वहां रोकी जाए...यही आता था। आज मुझे गर्व है कि जब सांसद चिट्ठी लिखते हैं और मांग करते हैं कि हमारे यहां भी ‘वंदे भारत ट्रेन’ जल्दी से जल्दी चालू हो।