मल्लिकार्जुन खड़गे ने अडानी के मुद्दे को उठाते हुए केंद्र सरकार पर हमला बोला
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि मौदी सरकार लोकतंत्र की बात तो करती है लेकिन लोकतंत्र को मानती नहीं है। उन्होंने सरकार के सभी पैसे वाले सरकारी ठेके एक ही कंपनी को दे दिए।
संसद के चालू बजट सत्र के दौरान विपक्ष अडानी मुद्दे को लेकर सरकार पर हमलावर रहा। बजट सत्र के दूसरे चरण में सत्तापक्ष ने भी राहुल गांधी को निशाना पर लिया और विपक्ष पर काउंटर अटैक किया। विपक्ष द्वारा अडानी मामले में JPC गठन पर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि 'लोकतंत्र में लोकतांत्रिक तरीके से लड़ना हमारा काम है। सरकार अगर नहीं मानती है तो ये हठधर्मी है। सरकार को हमेशा सकारात्मक रहना चाहिए, प्रतिक्रिया देनी चाहिए। अगर आप लोकतंत्र को जिंदा रखना चाहते हैं तो विपक्ष की भी बात सुननी चाहिए।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि "सरकार ने इस बजट को चर्चा में नहीं लाने का पूरा प्रयास किया। मोदी सरकार लोकतंत्र की बहुत बातें कहती है लेकिन जो कहती है उसके तहत चलती नहीं हैं। 50 लाख करोड़ का बजट केवल 12 मिनट में पास किया गया है। वे हमेशा कहते रहे कि विपक्ष को दिलचस्पी नहीं है लेकिन विघ्न तो सरकार की तरफ से हुआ है। जब भी हम नोटिस देते थे और उस पर चर्चा की मांग करते थे तब वे हमें बोलने नहीं देते थे। ऐसा पहली बार हुआ है, मैंने 52 सालों में ऐसा कभी नहीं देखा। यहां 2 साल से मैं देख रहा हूं कि खुद सत्तारूढ़ पार्टी के लोग विघ्न डालते हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने आगे कहा कि 'हमारा सामूहिक मुद्दा था कि अडानी को इतना महत्व क्यों दिया जा रहा है? अडानी की संपत्ति केवल 2.5 साल में 12 लाख करोड़ कैसे हुई? उन्होंने सरकार का पैसा और संपत्ति खरीदी है। क्यों मोदी जी एक ही व्यक्ति को इतनी चीजें दे रहे हैं?। किन-किन देशों के प्रधानमंत्रियों और उद्योगपतियों से वे(अडानी) मिले? इस पर चर्चा होनी चाहिए। हम JPC की मांग कर रहे हैं। इसमें उन्हें कोई नुकसान नहीं होने वाला था। उनके पास बहुमत है तो ज्यादा लोग आपके रहेंगे। इसके बावजूद वे(भाजपा) JPC से क्यों डर रहे हैं?"