छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में नक्सली हमला, विस्फोट में 10 जवान और एक ड्राइवर शहीद
छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में बुधवार को बड़ा नक्सली हमला हुआ है। इसमें 10 जवान शहीद हो गए हैं। वहीं एक नागरिक भी मारा गया है।
हाइलाइट
- छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में नक्सली हमला, विस्फोट में 10 जवान शहीद
छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में बुधवार को बड़ा नक्सली हमला हुआ है। इसमें 10 जवान शहीद हो गए हैं। वहीं एक वाहन ड्राइवर भी मारा गया है। दंतेवाड़ा के अरनपुर में डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (DRG) फोर्स को लेकर जा रहे थे और वाहन पर इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) हमला हुआ। हालांकि अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
पत्रकारों से बातचीत में छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने कहा, 'इस प्रकार की जानकारी है और यह दुखद है। जो जवान शहीद हुए हैं उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। यह लड़ाई अंतिम दौर में चल रही है और नक्सलियों को किसी कीमत पर छोड़ा नहीं जाएगा। हम योजनाबद्ध तरीके से नक्सलवाद को खत्म करेंगे।”
वहीं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने इस हमले पर दुख जताते हुए कहा- छत्तीसगढ़ में नक्सली हमले में हमारे जवान शहीद हो गए। नक्सलियों की यह कायराना हरकत बेहद परेशान करने वाली सूचना है। नक्सलवाद को कुचलने के लिए सभी सरकारों को तत्काल सख़्त कदम उठाने की जरूरत है। शहीद जवानों को विनम्र श्रद्धांजलि! ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे!!
हमले को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ CM से बात करके दंतेवाड़ा ज़िले के अरनपुर के पास नक्सली हमले में वीर गति को प्राप्त 10 डीआरजी (ज़िला रिजर्व गार्ड) जवानों की जानकारी ली। उन्होंने छत्तीसगढ़ CM को हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
कैसे हुआ हमला?
आपको जानकारी देते हुए बता दे की आखिर ये हमला कब और कैसे हुआ। दरअसल जवान ऑपरेशन पर निकले हुए थे। इसी दौरान नक्सलियों ने अरनपुर के पालनार क्षेत्र में जवानों से भरी गाड़ी को आईईडी से उड़ा दिया है। आज भी नक्सलियों के हमले का पैटर्न बिल्कुल भी नहीं बदला है। नक्सली घात लगाए बैठे थे और जब जवान नक्सलियों के इलाके में आए तब नक्सलियों ने हमला कर दिया।
कब-कब हुआ हमला?
यह पहली बार नहीं बल्कि इससे पहले भी नक्सली कई बार हमले को अंजाम दे चुके हैं। आपको जानकारी दे आखिर कब और किस जगह नक्सलियों ने छत्तीसगढ़ में हमले किये। इससे पहले 9 मार्च को छत्तीसगढ़ के सुकमा में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुआ था। मुठभेड़ के बाद भारी मात्रा में विस्फोटक और बैरल ग्रेनेड लॉन्चर बरामद किया गया था।
17 जुलाई, 2007: हथियारबंद नक्सलियों का दंतेवाड़ा में हमला। 25 की मौत, 32 घायल, 250 लापता।
1 जुलाई, 2009: राजनांदगांव में सुरंग विस्फोट में 28 सुरक्षाकर्मी शहीद।
2009 को ही एक और हमला हुआ, जिसमें भाजपा सांसद बलिराम कश्यप की जगदलपुर में हत्या हुई।
6 अप्रैल, 2010: माओवादियों हमले में 73 सीआरपीएफ जवान शहीद।
17 मई, 2010: नक्सली धमाके में 14 विशेष पुलिस अधिकारी समेत 35 की मौत।
29 जून, 2010: छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में 26 सीआरपीएफ जवान शहीद।
20 अगस्त, 2011: बीजापुर में नक्सली हमले में 11 पुलिसकर्मी शहीद।
21 अक्टूबर, 2011: बस्तर में छह सुरक्षाकर्मियों की हत्या।
12 मई, 2013: सुकमा में दूरदर्शन केंद्र पर हमला। चार जवान शहीद।
25 मई, 2013: दरभा में कांग्रेस के काफिले पर हमला, 30 की मौत।