PM मोदी मन की बात में अंग दान करने वालों की तारीफ की
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात में देश की बेटियों को बधाई दी। पीएम मोदी ने कहा कि हमारे देश में परमार्थ को इतना ऊपर रखा गया है कि दूसरों सुख के लिए लोग अपना सर्वस्य दान देने में भी संकोच नहीं करते।
हाइलाइट
- देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानी 26 मार्च को मन की बात के 99वें एपिसोड को संबोधित किया है इस संबोधन में उन्होंने हमारा और आपका मन की बात का ये साथ अपने 99वें पायदान पर आ पहुंचा है। आम तौर पर हम सुनके हैं कि 99 का फेर बहुत कठिन होता है। क्रिकेट में तो 'नर्वस नाइंटीज' को बहुत मुश्किल पड़ाव माना जाता है।
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानी 26 मार्च को मन की बात के 99वें एपिसोड को संबोधित किया है। इस दौरान देश के प्रधानमंत्री ने कहा कि "मेरे प्यारे देशवासियो, ‘मन की बात’ में हमने ऐसे हजारों लोगों की चर्चा की है, जो दूसरों की सेवा के लिए अपना जीवन समर्पित कर देते हैं। कई लोग ऐसे होते हैं जो बेटियों की शिक्षा के लिए अपनी पूरी पेंशन लगा देते हैं, कोई अपने पूरे जीवन की कमाई पर्यावरण और जीव-सेवा के लिए समर्पित कर देता है।
पीएम मोदी ने कहा कि 'हमारे देश में परमार्थ को इतना ऊपर रखा गया है कि दूसरों के सुख के लिए, लोग, अपना सर्वस्व दान देने में भी संकोच नहीं करते। इसलिए तो हमें बचपन से शिवि और दधीचि जैसे देह-दानियों की गाथाएँ सुनाई जाती हैं"साथियो, आधुनिक Medical Science के इस दौर में Organ Donation, किसी को जीवन देने का एक बहुत बड़ा माध्यम बन चुका है। कहते हैं, जब एक व्यक्ति मृत्यु के बाद अपना शरीर दान करता है तो उससे 8 से 9 लोगों को एक नया जीवन मिलने की संभावना बनती है"।
मन की बात में बोले पीएम मोदी कि 'आज जब हम आज़ादी का 'अमृतकाल' मना रहे हैं, नए संकल्पों के साथ आगे बढ़ रहे हैं, तो 100वें 'मन की बात' को लेकर आपके सुझावों और विचारों को जानने के लिए मैं भी बहुत उत्सुक हूँ। मुझे आपके ऐसे सुझावों का बेसब्री से इंतज़ार है। हमारा और आपका 'मन की बात' का ये साथ अपने 99वें पायदान पर आ पहुँचा है। आम तौर पर हम सुनते हैं कि 99वें का फेर बहुत कठिन होता है। क्रिकेट में तो 'Nervous Nineties' को बहुत मुश्किल पड़ाव माना जाता है। लेकिन जहाँ भारत के जन-जन के मन की बात हो वहाँ की प्रेरणा ही कुछ और होती है।