पंजाब के पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल को पीएम मोदी ने चंडीगढ़ में दी श्रद्धांजलि, पार्थिव शरीर के दर्शन के लिए उमड़ा जनसैलाब
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतिम श्रद्धांजलि दी। प्रधानमंत्री के साथ मनोहर लाल खट्टर भी श्रद्धांजलि देने पहुंचे।
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतिम श्रद्धांजलि दी। प्रधानमंत्री के साथ मनोहर लाल खट्टर भी श्रद्धांजलि देने पहुंचे। प्रकाश सिंह बादल का पार्थिव शरीर शिरोमणि अकाली दल के मुख्य दफ्तर चंडीगढ़ सेक्टर 28 में रखा गया है। बादल के पार्थिव शरीर को अकाली दल के झंडे में लपेटा गया है।
#WATCH| PM Narendra Modi pays last respects to Shiromani Akali Dal patron Parkash Singh Badal in Chandigarh pic.twitter.com/Cn02etMz5Z
— ANI (@ANI) April 26, 2023
#WATCH | PM Narendra Modi pays last respects to Shiromani Akali Dal patron Parkash Singh Badal in Chandigarh pic.twitter.com/gIrJYHHt6h
— ANI (@ANI) April 26, 2023
दोपहर बाद प्रकाश सिंह बादल के पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव पहुंचाया जाएगा। उनका अंतिम संस्कार गुरुवार को किया जाएगा। पंजाब सरकार ने पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री के निधन की वजह से गुरुवार 27 अप्रैल को सामूहिक अवकाश की घोषणा की है।
पहली बार 1970 में बने थे पंजाब के मुख्यमंत्री -
बता दें कि प्रकाश सिंह बादल पहली बार साल 1970 में पंजाब के मुख्यमंत्री बने थे। वह आखिरी बार इस पद पर साल 2017 में थे, वह सिख- केंद्रित पार्टी शिरोमणि अकाली दल (SAD) के संरक्षक (mentor) भी थे। 12 फरवरी 1997 से 26 फरवरी 2002 की अवधि के बीच भी बादल प्रदेश के मुख्यमंत्री बने थे।
बादल को पद्म विभूषण से किया गया था सम्मानित -
देश के दूसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से 30 मार्च 2015 को तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने उन्हें सम्मानित किया था। हालांकि बादल ने 3 दिसंबर 2020 को भारतीय किसानों के विरोध प्रदर्शन का समर्थन करने के लिए इस सम्मान (पद्म विभूषण) को वापस कर दिया था।
प्रकाश सिंह बादल का राजनीतिक सफर -
प्रकाश सिंह बादल साल 1957 में पहली बार शिरोमणि अकाली दल से पंजाब विधानसभा के लिए चुने गए थे। साल 1969 में बादल एक बार फिर से चुन कर आए और तत्कालीन पंजाब सरकार में सामुदायिक विकास, पंचायती राज, डेयरी, पशुपालन और मत्स्य पालन मंत्री का पदभार संभाला।
प्रकाश सिंह बादल कुल मिलाकर 10 बार विधान सभा के लिए चुने गए थे। बादल साल 1972, 1980 और 2002 में विपक्ष के नेता थे। साल 1997 के चुनावों में प्रकाश सिंह बादल लंबी विधानसभा क्षेत्र से जीतकर विधानसभा पहुंचे थे।
साल 2007 के पंजाब विधानसभा चुनाव में शिरोमणि अकाली दल और भारतीय जनता पार्टी गठबंधन सरकार ने 117 सीटों में से 67 सीटें जीतीं और प्रकाश सिंह बादल ने चौथी बार बतौर मुख्यमंत्री प्रदेश की बागडोर संभाली थी।