मेडल जिताने वाली मनु भाकर की गर्दन पर बने टैटू की क्यों ही रही चर्चा? छुपे हैं कई रहस्य

कई बार बेहतर प्रदर्शन करने के बाद भी मनु भाकर की मुश्किलें कम नहीं हो रही थी. जिसके बाद उनका दिमाग काम करना बंद कर चुका था. अमेरिका की एक प्रसिद्ध गायिका और लेखिका की कविता मनु को दिक्कत पार करने और दोबारा उठ खड़े होने के लिए प्रोत्साहन देती रही. कुछ पहले मनु भाकर को टोक्यो ओलंपिक में हार का सामना करना पड़ा. जिसके बाद मनु पूरी तरह टूट गई थीं.

calender
Courtesy: सोशल मीडिया
1/6

पेरिस ओलंपिक में शानदार जीत

पेरिस ओलंपिक में भारत का खाता खोल जीत दर्ज करने वाली और पहला मेडल जीतने वाली मनु भाकर को आज पूरा देश जानता है. बीते दिन यानी 28 जुलाई को उन्होंने 10 मीटर एयर पिस्टल शूटिंग में ब्रॉन्ज मेडल जीत एक इतिहास बना दिया है.

Courtesy: सोशल मीडिया
2/6

भागवद गीता से मिला ज्ञान

मनु भाकर ओलंपिक में निशानेबाजी में मेडल लाने वाली देश की पहली महिला खिलाड़ी बन गई हैं. जीत के बाद मनु भाकर ने अपनी बात रखते हुए कहा कि उन्होंने जीवन में भागवद गीता से बहुत कुछ सीखा है. भागवत गीता के सहारे ही वह भारत के लिए पहला पदक जीतने में सफल रही हैं.

Courtesy: सोशल मीडिया
3/6

जीवन में टैटू का योगदान

आज हम आपको उस बात से अवगत कराने वाले हैं, जो जिसे सुनकर हर कोई हैरान रहने वाला है. मनु भाकर के सफलता के पीछे उनके गर्दन पर बने टैटू का विशेष योगदान है. सुनकर थोड़ा अजीब लगने वाला है महिला खिलाड़ी मनु ने अपने शरीर पर एक टैटू बनवा रखा है. जिसने मनु को ओलंपिक में मेडल जीतने के लिए प्रेरणा दी है.

Courtesy: सोशल मीडिया
4/6

टैटू ‘स्टिल आई राईज’

बता दें कि मनु भाकर ने अपनी गर्दन पर एक टैटू बनवा रखा है. जो टैटू ‘स्टिल आई राईज’ का है. इसे बनवाने के पीछे की वजह ये है कि उससे काम करने की प्रेरणा मिलती है. साल 2020 में हुए टोक्यो ओलंपिक में मनु भाकर का प्रदर्शन अच्छा नहीं था. इस हालात में वह किसी तरह का मेडल अपने नाम दर्ज नहीं कर पाईं.

Courtesy: सोशल मीडिया
5/6

एक कवियित्री से मिली प्रेरणा

मेडल अपने नाम दर्ज ना कर पाने के बाद उन्होंने ये टैटू अपनी गर्दन पर बनवाया था. जिससे उन्हें जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा हासिल हो सके. ‘स्टिल आई राईज’ का ये टैटू एक कवियित्री की कविता जानकारी लेकर मनु ने बनवाई थी.

Courtesy: सोशल मीडिया
6/6

अमेरिका की गायिका

इस फेमस कवियित्री का नाम माया एंजेलो है. जो अमेरिका की एक प्रसिद्ध लेखिका, गायिका होने के साथ सामाजिक कार्यकर्ता थीं. उनके द्वारा लिखी गई कविता जिसका नाम ‘स्टिल आई राईज’ थी. जिसका प्रकाशन साल 1978 में किया गया था.