Chankya Niti: चाणक्य के अनुसार, जानिए किन गुणों वाली महिलाएं होती हैं सर्व श्रेष्ठ पत्नी और मां
आचार्य चाणक्य एक प्रकांड विद्वान थे। वह स्वाभिमानी, संयमी, तीक्ष्ण बुद्धि एवं पक्के इरादे वाले युगदृष्टा वाले व्यक्ति थे। उनका 'सादा जीवन उच्च विचार' ही उनकी सही पहचान थी। आचार्य अपने जीवन को सादगीपूर्ण जीना पसंद करते थे। आचार्य चाणक्य का व्यक्तित्व सभी के लिए आज अनुकरणीय एवं आदर्श है। चाणक्य के नीतिशास्त्र के एक श्लोक में लिखा है कि सत्य ही ईश्वर का रूप है। तो आइए जानते है वह कौन सी महिला जो समाज में सर्वश्रेष्ठ मानी जाती है।
आचार्य चाणक्य एक प्रकांड विद्वान थे। वह स्वाभिमानी, संयमी, तीक्ष्ण बुद्धि एवं पक्के इरादे वाले युगदृष्टा वाले व्यक्ति थे। उनका 'सादा जीवन उच्च विचार' ही उनकी सही पहचान थी। आचार्य अपने जीवन को सादगीपूर्ण जीना पसंद करते थे। आचार्य चाणक्य का व्यक्तित्व सभी के लिए आज अनुकरणीय एवं आदर्श है। चाणक्य के नीतिशास्त्र के एक श्लोक में लिखा है कि सत्य ही ईश्वर का रूप है। तो आइए जानते है वह कौन सी महिला जो समाज में सर्वश्रेष्ठ मानी जाती है।
Chanakya Niti Tips About Women: भारत के प्रसिद्ध अर्थशास्त्री आचार्य चाणक्य का नाम तो सुना ही होगा वह एक बेहद ही बुद्धिमान और कुशल राजनीतिज्ञ थे। आचर्य चाणक्य ने कई नीतियों बताई जिससे व्यक्ति को सफलता हासिल हो सके। चाणक्य ने अपने नीति में कई माध्यम से समाज का कल्याण करने का भी रास्ता बताया है। आपको बता दे कि आज भी महान राजनीतिज्ञ आचर्य चाणक्य पूरे विश्व में में विख्यात है। आचार्य चाणक्य ने अपनी बुद्धिमानी और नीतियों के बल पर एक साधारण बालक चंद्रगुप्त को मधग का महान सम्राट बना दिया था। चंद्रगुप्त चाणक्य के सिध्दांतो पर चलकर अपना नाम इतिहास मे दर्ज करवा लिए।
चाणक्य ने अपने नीतिशास्त्र में निजी जीवन, नौकरी, व्यापार, रिश्तें, मित्रता, शत्रु और जीवन के विभिन्न पहलुओं पर अपने कई विचार साझा किए हैं। जो व्यक्ति को सही दिशा की ओर बढ़ाने में कार्य करता है। चाणक्य ने अपने नीतियों में कहा है कि मनुष्य का जीवन बहुत ही अनमोल है। अगर इस जीवन को सफल और सार्थक बनाना है, तो कुछ विशेष बातों को हमेशा ध्यान में रखना बेहद जरुरी है।
चाणक्य ने अपने नीतियों में सर्वश्रेष्ठ महिलाओं का भी जिक्र किया है, ऐसे सर्वश्रेष्ठ महिला जो किसी व्यक्ति की जीवनसंगिनी बन जाएं तो उसका जीवन संवरते देर नहीं लगती। तो आइए जानते हैं कि ऐसी महिलाएं कौन सी हैं जिसमें सर्वश्रेष्ठ बनने का गुण होता है।
शांत स्वभाव की महिलाएं
चाणक्य नीतिशास्त्र के अनुसार अगर किसी महिला का स्वाभाव शांत है तो उसे माता लक्ष्मी का रूप माना जाता है। और ऐसी महिला किसी पुरुष की जीवनसंगिनी बन जाए तो वह न केवल घर बल्की परिवार में भी सुख-शांति बनाए रखती है। और जिस घर में सुख-शांति का वास हो उस घर में माता लक्ष्मी का वास निश्चय है। उस घर में हमेशा धन- धान की कोई कमी नहीं रहती है।
संस्कारी और शिक्षित
आचार्य चाणक्य के नीतिशास्त्र में अगर कोई महिला शिक्षित, गुणवान और संस्कारी है तो वह सर्वश्रेष्छ महिला में गीनी जाती है। और इस तरह के स्वाभाव वाली महिला अगर किसी व्यक्ति के जिवन में पत्नी बनकर आए तो न केवल घर परिवार के आत्मविश्वास बल्की बड़े फैसले को बखूबी से निभाती और हर परिस्थिति में परिवार के साथ खड़ी रहती है।
मीठी वाणी
आचार्य चाणक्य के अनुसार ऐसी महिला जो मृदुभाषी हो जिसकी वाणी मीठी और अपनी वाणी से सबको मोह ले वह सर्व श्रेष्ठ महिला में आती है। मुदुभाषी महिला से शादी करने से वाले व्यक्ति हमेशा खुशहाल जिंदगी जिता है। ऐसे स्वाभाव की महिला समाज में प्रतिष्ठीत मानी जाती है।
सीमीत इच्छाओं वाली महिला
आचार्य चाणक्य के अनुसार वैसी महिलाएं जो परिस्थितियों को देखते हुए उसी रंग में ढल जाती हो या उसके अनुसार अपनी इच्छाओं को मोड़ना जानती हो वह समाज में सर्वश्रेष्ठ पत्नी और मां साबित होती हैं। इस तरह की स्वाभाव वाली महिलाएं अपने पति बच्चें और परिवार को अच्छे कार्य करने और सतमार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करती हैं।
उनको सही दिशा दिखाती और अपने परिवार का ख्याल रखती है। अपने परिवार परिस्थितियों को देखते हुए परिवार को चलाना और अपनी इच्छाओं पर नियंत्रन रखकर घर को आर्थिक संकट से बचाती है। और मां, चाणक्य नीति में भी है इसका जिक्र