हीरा पहनना किसे पसंद नहीं होता। हीरा एक ऐसा रत्न है जिसकी चाहत हर कोई करता है लेकिन महंगा होने के कारण इसे पहनना हर किसी के बस की बात नहीं होती। ज्योतिष शास्त्र में हीरे का संबंध शुक्र ग्रह से बताया गया है। ये विलासता का प्रतीक है और इसे धारण करने से सुख, वैभव, विलासता और करियर में उन्नति के योग बनते हैं। लेकिन ज्योतिष शास्त्र कहता है कि हीरा जहां सुख विलासता देता है वहीं हर किसी के लिए शुभ नहीं होता। हीरा सुंदरता, विलासता, भौतिक सुखों और वैवाहिक जीवन में सुख का प्रतीक है। इसे धारण करने पर जातक को धन, सुख और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है। चलिए जानते हैं कि हीरा किसे पहनना चाहिए और किसे नहीं। साथ ही ये भी जानते हैं कि हीरा कैसे धारण किया जाता है।
किनके लिए शुभ है हीरा धारण करना
हीरा उन्हीं जातकों को पहनने की सलाह दी जाती है जिनकी राशि में शुक्र मजबूत होता है। ज्योतिषशास्त्री कहते हैं कि वृषभ का स्वामी शुक्र है और इसके अलावा, मिथुन, तुला, कन्या और मकर राशि वाले लोग हीरा धारण कर सकते हैं, और इन्हें हीरा पहनने का शुभ फल प्राप्त होता है।
किसके लिए अशुभ है हीरा धारण करना
हीरा बहुत ही फायदे करता है और ज्योतिष में इसे चमत्कारी रत्न कहा गया है लेकिन जिस तरह हर चीज के बुरे फल भी होते हैं, उसी तरह हीरे को धारण करना कुछ राशियों के लिए नुकसानदेय हो सकता है। मेष, मीन और वृश्चिक राशि के जातकों हीरा पहनने का सलाह नहीं दी जाती है। अगर इन राशियों के जातक हीरा पहनते हैं तो जीवन में कठिनाई, पारिवारिक सुख में कमी आती है। ऐसे लोग अगर हीरा पहनते हैं तो उनके जीवन में दुर्भाग्य आ सकता है। इसलिए इन लोगों को हीरा नहीं पहनना चाहिए।
किस उंगली में और कैसे पहनें हीरा
हीरे को अनामिका उंगली में पहनने की सलाह दी जाती है, इससे जीवन में प्रेम, शांति और उन्नति आती है। वहीं अगर धन, सुख संपत्ति चाहिए तो हीरा अंगूठे और तर्जनी उंगली में पहनना लाभदायक होता है। अंगूठा शुक्र ग्रह का प्रतीक है इसलिए हीरा अगर अंगूठे में पहना जाए तो शुक्र ग्रह के शुभ फल मिलते हैं।
हीरे के शुक्रवार के दिन पहनना चाहिए क्योंकि ये शुक्र ग्रह का रत्न है। इसे सोने की अंगूठी में सात रत्ती के भार में जड़वाना चाहिए। हीरा चांदी के साथ पहना जा सकता है।