पंचांग के अनुसार माना जाता है कि चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि को भाई दूज का पर्व बड़े ही धूम धाम के साथ मनाया जाता है, जो होली के बाद ही शुरु होता है। माना जाता है कि इसे कई जगहों पर भ्रातृ द्वितीया के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन बहनें भाई की लंबी उम्र और अच्छी सेहत की कामना करते हुए तिलक लगाती है।
साथ ही काफी समय से कहा जा रहा है कि इस दिन जो भी भाई अपनी बहन के घर जाकर खाना खाता है उसकी अकाल मृत्यु का भय समाप्त हो जाता है।देशभर में आज भाई दूज का पर्व मनाया जा रहा है। जानिए होली पर बहनें किस समय लगाएं भाई को टीका।
शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि 8 मार्च 2023 को शाम 07 बजकर 42 मिनट से शुरू होगी और अगले दिन 09 मार्च गुरुवार की रात 2023 को 08 बजकर 54 मिनट पर समाप्त होगी। इस दिन दोपहर में भाई को तिलक करने की परंपरा मानी जाती है। काफी समय से माना जाता है कि पारंपरिक त्योहारों में भाई दूज का बेहद ही खास महत्व होता है। ये त्योहार भाई-बहनों के बीच आपसी प्रेम को बढ़ाने के साथ-साथ ही रिश्ते को भई मजबूत बनाएं रखते हैं।
जानिए महत्व
मान्यता है कि जो बहनें भाई दूज पर भाई को अपने घर प्रेमपूर्वक आमंत्रित करके भोजन करवाती हैं, तिलक लगाकर स्वागत करती हैं। उनके भाइयों की आयु में वृद्धि होती है,इसके अलावा उसके भाई के जीवन से अनेक प्रकार के संकट दूर हो जाते हैं।
कई महिलाएं ऐसी होती है जो अपने भाई की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं ताकि भाई की लंबी उम्र की मनोकामना पूरी हो जाएं। माना जाता है कि जो महिलाएं व्रत रखती वे सभी महिलाएं अपने भाई को भोजन कराने के बाद ही अपना व्रत खोलती हैं। First Updated : Thursday, 09 March 2023